अजमेर. सैंपलिंग की दर बढ़ने के साथ ही जिले में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के निर्देश के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग की दर को अधिक कर दिया है. वहीं ज्यादा सैंपलिंग का भार जेएलएन मेडिकल कॉलेज की लैब उठा नहीं पा रहा है. करीब 2 हजार से अधिक सैंपल लंबित पड़े हुए है.
अजमेर में कोरोना से बचाव के लिए जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने जोधपुर की तर्ज पर अजमेर में भी अपनी कार्यशैली से काम शुरू कर दिया है. ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेने एवं शहरी क्षेत्रों की तमाम डिस्पेंसरी में कोरोना की जांच की व्यवस्था शुरू कर दी है.
अजमेर में कोरोना के मरीजोंं की लगतार वृद्धि हो रही है. बुधवार को 41 और गुरुवार दोपहर तक की रिपोर्ट में 37 मरीज सामने आ चुके हैं, वहीं रात की जांच रिपोर्ट में यहां संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है. अजमेर में कुल मरीजों की संख्या 874 हो चुकी है. वहीं 30 जने कोरोना से अपनी जान गंवा चुके हैं.
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अजमेर जिले में गुरुवार शाम तक 37 नए मरीज मिले हैं. इनमें सर्वाधिक अजमेर शहर में 32 नए मरीज मिले हैं. जबकि 2 नसीराबाद से और ब्यावर में 3 नए कोरोना मरीज मिले है. वहीं एक शीशा खान पीर रोड निवासी एक कोरोना संक्रमित महिला की मौत हुई है.
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के के सोनी ने बताया कि, गुरुवार दोपहर तक 37 नए कोरोना मरीज आए है. विभाग की ओर से जिले में लगातार सैंपलिंग की जा रही है. अब इनकी संख्या में भी वृद्धि की गई है. उन्होंने बताया कि, शहरी डिस्पेंसरियों में भी कोरोना की जांच शुरू हो चुकी है. कोई भी व्यक्ति अपने निकट डिस्पेंसरी में कोरोना की जांच करवा सकता है. वहीं जांच रिपोर्ट में आ रही देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि, मशीनों में तकनीकी खामी की वजह से जांच रिपोर्ट लंबित हो रही है.
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बताया जा रहा है कि, जेएलएन मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में साढ़े तीन हजार सैंपल के जांच की क्षमता है. लेकिन दो मशीनें हिट की वजह से खराब हो गई थी. जिस कारण सैंपल की रिपोर्ट देरी से आ रही है. फिलहाल मशीनों को दुरुस्त करवा लिया गया है.