अजमेर. जिले में वर्ष 2012 में सफाई भर्ती में पात्र अभ्यर्थी आज भी नौकरी के लिए भटक रहे हैं. नगर निगम की साधारण सभा में 182 पात्र सफाई कर्मियों को नौकरी दिए जाने का प्रस्ताव पारित हो चुका है, जिससे एक बार फिर सफाई कर्मियों को नौकरी की उम्मीद बढ़ी है. सफाई कर्मी चाहते हैं कि नगर निगम सरकार को साधारण सभा में पारित प्रस्ताव का हवाला देते हुए उन्हें नौकरी दिए जाने के लिए आग्रह पत्र भेजें.
182 सफाई कर्मियों की नौकरी का मामला 8 वर्ष बाद भी नहीं सुलझा है. साल 2012 में राज्य सरकार के निर्देश पर 498 सफाई कर्मियों की भर्ती की प्रक्रिया नगर निगम ने की थी. इस दौरान 182 सफाई कर्मियों को शिकायत के आधार पर नौकरी से वंचित किया गया था. हालांकि, नगर निगम ने भर्ती प्रक्रिया में इन 182 सफाई कर्मियों को भी पात्र माना था. सभी सफाई कर्मियों के दस्तावेज सत्यापन भी हो चुका है.
8 वर्षों से 182 सफाईकर्मी नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस बार नगर निगम बोर्ड की पहली साधारण सभा में 182 सफाईकर्मियों का मुद्दा भी उठा था, जिस पर सदन में प्रस्ताव पारित करते हुए 182 सफाई कर्मियों की नियुक्ति के लिए सरकार को पत्र लिखे जाने पर सहमति बनी थी. नगर निगम की साधारण सभा को काफी समय बीत गया है, लेकिन अभी तक नगर निगम की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है.
ऐसे में नियुक्ति की उम्मीद लगाए बैठे 182 सफाई कर्मियों ने मेयर ब्रजलता हाड़ा से गुहार लगाई है. सफाई कर्मी अशोक कुमार ने बताया कि मेयर ब्रजलता हाड़ा से आग्रह किया गया है कि साधारण सभा में लिए प्रस्ताव का हवाला देते हुए नगर निगम सरकार को पत्र लिखकर 182 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करने का आग्रह करें.