अजमेर. जिले में 108 और 104 एम्बुलेंस चालकों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर अनिश्चित हड़ताल शुरू कर दी है. हड़ताल की वजह से कई मरीज आपात सेवा से वंचित होकर परेशान हो रहे है. चालकों ने जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के बाहर एम्बुलेंस खड़ी कर दी है.
ईटीवी भारत से बातचीत में 108 और 104 एम्बुलेंस चालकों ने बताया कि जिले में 56 एम्बुलेंस है. वहीं, 10 एम्बुलेंस टेम्परेरी बेसेज पर लगी हुई है. कुल 150 चालक एम्बुलेंस के है जो अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि लंबे वक्त से एंबुलेंस चालक उन्हें संविदा कर्मियों में शामिल करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही वेतन बढ़ोतरी करने की भी मांग की जा रही थी. उन्होंने ये भी बताया कि एंबुलेंस के साथ कोविड-19 के मरीज को लाने ले जाने में कोई स्टाफ उन्हें नहीं दिया जाता है.
एंबुलेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुखदेव सिंह ने बताया कि प्रदेश संगठन के आह्वान पर अजमेर में 108 एंबुलेंस और 104 जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लगाई गई एंबुलेंस के सभी चालक अपनी लंबित मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल कर रहे हैं. शहर की सभी एंबुलेंस को सीएमएचओ कार्यालय के बाहर खड़ी कर दिया गया है.
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उन्होंने बताया कि सीएमएचओ के माध्यम से कई बार सरकार को मांगे भिजवाई जा चुकी है, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन ही मिलता रहा है. उन्होंने ये भी बताया कि 2019 से 20 प्रतिशत वेतन में बढ़ोतरी किए जाने के निर्णय को भी सरकार नहीं मान रही है.
एसोसिएशन के पदाधिकारी रामदयाल ने बताया कि उनकी हड़ताल से मरीजों को परेशानी होगी ये बात वो भी जानते हैं, लेकिन वो भी लंबे समय से कोविड-19 की लगातार ड्यूटी कर रहे हैं. विभाग 8 घंटे की ड्यूटी की बजाय उनसे 12 घंटे की ड्यूटी ले रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं कर देती तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी.