मुंबई : निजी क्षेत्र की आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का मार्च, 2023 तिमाही में कर पश्चात लाभ (पीएटी) 134 फीसदी वृद्धि के साथ 803 करोड़ रुपये रहा. बैंक ने शनिवार को यह जानकारी दी. बैंक ने बताया कि मार्च, 2022 तिमाही में उसका लाभ 343 करोड़ रुपये रहा था. बैंक ने एक बयान में बताया कि पूरे बीते वित्त वर्ष के लिए शुद्ध लाभ 2,437 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह 145 करोड़ रुपये रहा था.
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का यह किसी एक तिमाही और एक वित्त वर्ष में दर्ज किया गया अबतक का सबसे अधिक मुनाफा है. बैंक का मुख्य परिचालन लाभ सालाना आधार पर 61 फीसदी बढ़कर 1,342 करोड़ रुपये हो गया. बैंक ने मार्च, 2023 तिमाही में अपना अभी तक का सर्वाधिक तिमाही लाभ जबकि 2022-23 वित्त वर्ष में सर्वाधिक वार्षिक लाभ कमाया.
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बैंक का नेट इनकम इंटरेस्ट (एनआईआई) 30 फीसदी से बढ़कर 12,635 करोड़ रुपये हो गई, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही 2021-22 में 9,706 करोड़ रुपये थी. तिमाही आधार पर बैंक का एनआईआई जनवरी-मार्च, 2023 तिमाही में 35 फीसदी बढ़कर 3,597 करोड़ हो गई, जो एक साल पहले जनवरी-मार्च, 2022 की तिमाही में 2,669 करोड़ रुपये रहा था.
बैंक का एसेट क्वालिटी भी बेहतर हुआ है. IDFC First Bank ने बताया कि मार्च तिमाही में उसका ग्रॉस एनपीए (Gross NPA) घटकर 2.51 फीसदी पर आ गया है, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 3.7 फीसदी था. इसी तरह बैंक का नेट NPA मार्च तिमाही में बेहतर होकर 0.86 फीसदी रहा. जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1.53 फीसदी था.
(पीटीआई-भाषा)
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