जयपुर. गहलोत सरकार के आदेश के बाद निगम की सतर्कता और फायर टीम का यह दौरा खानापूर्ति नजर आया. बता दें कि सूरत के कोचिंग सेंटर में हुए अग्निकांड के बाद जयपुर नगर निगम प्रशासन भी जागा है और शहर के कोचिंग सेंटर्स का जायजा लिया जा रहा है. लेकिन इस दौरान किसी कोचिंग सेंटर में फायर एनओसी नहीं मिली तो किसी में फायर फाइटिंग सिस्टम एक्सपायर मिले.
लेकिन निगम कमिश्नर ने इसे एक सर्वे बता कर निकट भविष्य में उनपर कार्रवाई किए जाने की बात कही. निगम की सतर्कता और फायर टीम के इस दौरे में जितनी खानापूर्ति नजर आई, लगभग इतनी ही खानापूर्ति निगम परिसर में लगे फायर फाइटिंग इक्वीपमेंट में भी दिखी. यहां लगे तमाम फायर एक्सटिंग्विशर एक्सपायर मिले. इनको रिफिल कराने की ड्यू डेट मार्च में ही निकल चुकी है. बावजूद इसके निगम प्रशासन के किसी आला अधिकारी ने इसपर ध्यान देना उचित नहीं समझा.
इस संबंध में निगम कमिश्नर से पूछा गया तो उन्होंने फायर इक्वीपमेंट को अपडेट कराए जाने की बात कही. जबकि फायर समिति के चेयरमैन ने इसे प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही करार दिया. निगम प्रशासन की एक ही दिन में दो कारगुजारी देखने को मिली. जहां एक ओर उनके दौरे में महज औपचारिकता निभाई गई. वहीं दूसरी ओर निगम परिसर में लगे एक्सपायर्ड फायर फाइटिंग इक्वीपमेंट्स ने निगम प्रशासन की जागरूकता पोल खोल कर रख दी.