दौसा. पुलिस प्रशासन और जिला अस्पताल की लापरवाही के चलते एक व्यक्ति ने अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में तड़प-तड़प कर जान दे दी. इस दौरान अस्पताल प्रशासन व पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना रहा.
मानपुर थाना इलाके के खेडला गांव के समीप नेशनल हाईवे 21 पर सड़क डिवाइडर बनाने व डिवाइडर पर रंगाई पुताई के कार्य को लेकर मजदूर काम कर रहे थे. इस दौरान तेज गति से आ रही पिक ने काम कर रहे मजदूरों को टक्कर मार दी. जिसमें तीन मजदूर घायल हो गए. जिनकों मानपुर थाना पुलिस ने एम्बुलेंस की सहायता से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया व अस्पताल में तीनों घायलों का प्राथमिक उपचार कर दो गंभीर घायल लोगों को जयपुर के लिए रेफर कर दिया.
तीनों घायल मजदूर चूरु जिले के बताए जा रहे हैं. जिससे एक्सीडेंट के बाद उनके परिजन समय पर उनके पास नहीं पहुंच सके. जब घायलों को जयपुर रेफर करने की बात हुई तो अस्पताल व पुलिस प्रशासन की ओर से घायल लोगों को जयपुर ले जाने को कोई तैयार नहीं हुआ.
एक घायल के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण अधिक मात्रा में खून बह गया. जिससे समय पर इलाज नहीं मिलने से व्यक्ति ने अस्पताल की ट्रॉमा इकाई में तड़प-तड़प कर जान दे दी. लेकिन पुलिस प्रशासन व अस्पताल की ओर से घायल को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. इंसानियत को इस तरह शर्मसार किया गया कि एक घायल इलाज के लिए अस्पताल में पड़ा-पड़ा एक घंटे तक तड़पता रहा और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया लेकिन उसे इलाज नहीं मिल पाया.