करौली. 2 जून से प्रभावी की गई नई गाइडलाइन (new guideline) के तहत कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने जिले में दुकानों को सुबह 6 बजे से 11 बजे तक के लिए रोटेशन प्रणाली से खोलने की छूट दी है. ताकि बाजारों में खरीदारी के लिए ज्यादा भीड़भाड़ नहीं हो. इसके बाद सभी उपखंड अधिकारियों ने उपखंड क्षेत्रों में जन अनुशासन कमेटी का भी गठन किया है. इसकी पड़ताल के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जब उपखंड सपोटरा के बाजार में पहुंचकर सुबह के समय देखा, तो प्रशासन की गाइडलाइन की पालना होती हुई कहीं नजर नहीं आई. साथ ही जिस रोटेशन प्रणाली से बाजार की दुकानों को खोलने की बात कही गई थी, उसका भी दुकानदारों ने पालन नहीं किया था.
बाजारों में खरीदारी के लिए जमकर भीड़भाड़ देखने पर बाजार की हकीकत को कैमरे में कैद किया गया, तो कई दुकानदार अपनी दुकानों के शटर लगाने लगे. साथ ही कई दुकानदार बैखौफ होकर अपनी दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगाकर जमकर सरकार की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते रहे. ईटीवी भारत की टीम ने देखा कि लोगों के चेहरों पर मास्क भी नहीं लगा हुआ था और न ही दुकानदार और ग्राहकों सामाजिक दूरी (social distance) का पालन कर रहा था. सबसे चौंकाने वाली बात यह नजर आई कि बाजार में गाइडलाइन की पालना करवाने और लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई करने के लिए मात्र दो होमगार्ड के जवानों के अलावा प्रशासन का एक भी नुमाइंदा मौजूद नहीं था और वह भी बाजार में एक चाय की थड़ी पर बिना मास्क लगाए हुए नजर आए.
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ईटीवी भारत (etv bharat) की टीम ने होमगार्ड के जवानों के पास जाकर सवाल पूछा तो जल्दबाजी में अपना मास्क लगाने लगे और अपना नाम भी नहीं बताया. जब हमारी टीम ने पूछा कि आपकी क्या ड्यूटी है, तो उन्होंने कहा कि हमारी ड्यूटी 11 बजे बाजार बंद करवाने की है. बाजार के लोगों ने कैमरा के सामने नहीं आने और नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि सपोटरा में लोगों ने जमकर लापरवाही बरती है और लोग बिना मास्क लगाए सामाजिक दूरी की खुलेआम धज्जियां उड़ाते संक्रमण को न्योता देते नजर आ हैं, लेकिन प्रशासन कार्रवाई करने के बजाए अपनी ऑफिसों में एसी, कूलर, पंखे की हवा की मौज लेते रहते हैं. पुलिस प्रशासन भी एक बार अपनी गाड़ी का चक्कर लगाकर अपने दूसरे कामों में व्यस्त हो जाता है और बाजार के दुकानदार पुलिस की गाड़ी के निकलने के तुरंत बाद ही अपनी दुकानों को खोल लेते हैं और जिसके कारण सपोटरा कस्बे के बाजार में खरीदारी करने वालों की भीड़ बनी रहती है.
रोटेशन प्रणाली से बाजार खोलने का फैसला गलत
दुकानदारों ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से रोटेशन प्रणाली से दुकान खोलने का फैसला बहुत ही गलत लिया गया है, क्योंकि बाजार में खरीदारी करने वाले लोग तो रोजाना उतनी ही संख्या में आते हैं, जितनी संख्या में पहले आते थे. लेकिन प्रशासन की ओर से एक तरफ की दुकानों को खुलवाने और दूसरी तरफ की दुकानों को बंद करवाने के कारण लोगों की सारी भीड़ एक तरफ की ही दुकानों पर एकत्रित नजर आती है. जिसके कारण भी संक्रमण ज्यादा फैलने का खतरा होता है.