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बूंदी : जिला कलेक्टर ने किया छात्राओं से संवाद...अपने अनुभव भी साझा किए

जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार ने स्कूली छात्राओं से संवाद किया. इस दौरान छात्राओं ने खुलकर अपने मन की बात रखी और भविष्य को लेकर शंकाएं भी जाहिर की, जिसका समाधान कलेक्टर ने अपने अनुभव साझा कर किया.

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Published : May 31, 2019, 10:50 PM IST

जिला कलेक्टर ने दी छात्राओं को तिलक लगाकर शुभकामनाएं

बूंदी. जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार और जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने शुक्रवार को छात्राओं से मुखातिब होकर उनसे संवाद किया. उन्होंने उनके बेहतर भविष्य और सफलता हासिल करने के गुण सिखाए, साथ ही अपने निजी जीवन के बारे में बच्चों को बताया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के 12वीं कक्षा के परीक्षा में 90% अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को पत्र देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी अधिकारी रामकृष्ण मीणा भी मौजूद रहे.

जिला कलेक्टर ने किया छात्राओं से संवाद

जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार और जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता के समक्ष छात्राओं ने खुलकर अपने मन की बात रखी. सपनों को पूरा करने और उत्पन्न होने वाली और शंकाओं को सामने रखा. इस दौरान जिला कलेक्टर जिला पुलिस अधीक्षक ने छात्र-छात्राओं को आईपीएस आईएएस बनने के लिए जरूरी योग्यताओं के बारे में बताया और उनके अनुभव साझा किए. जिले के छात्र-छात्राओं का जिला कलेक्टर ने स्वागत किया और तिलक लगाकर शुभकामनाएं दी. जिला कलेक्टर ने कहा कि विद्यालय में सभी प्रकार के बच्चे पढ़ाई करते हैं. लेकिन जिन बच्चों में कुछ विशेष करने का हौसला होता है, वह किसी पर कड़ी मेहनत करते हैं और मजबूत इरादे के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं. साथ ही उन्होंने राजकीय विद्यालय में पढ़ाई करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होने का अवसर कैसे मिला इस बारे में भी उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपने अनुभव साझा किए.

यह सीख दी कलेक्टर साहिबा ने

जिला कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि कोई भी बेटी पढ़ाई से वंचित नहीं रहे. छात्राएं 12वीं कक्षा में इतने अच्छे अंक लाने के बाद पढ़ाई छोड़ देती है. जबकी उन्हें अपनी पढ़ाई निरंतर रखनी चाहिए. मैं भी इसके लिए हरसंभव मदद कर रही हूं.

कार्यक्रम के दौरान एक छात्र द्वारा आईएएस बनने के लिए कॉलेज चयन के सवाल का जवाब देते हुए जिला कलक्टर ने बताया कि इसके लिए कॉलेज मायने नहीं रखता. यह भी जरूरी नहीं कि कोचिंग करने से ही आईएएस ओर आईपीएस बन जाएंगे, बिना कोचिंग के भी सफलता हासिल की जा सकती है. नियमित पढ़ाई करें यह ही सबसे अच्छा तरीका है.

बूंदी. जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार और जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने शुक्रवार को छात्राओं से मुखातिब होकर उनसे संवाद किया. उन्होंने उनके बेहतर भविष्य और सफलता हासिल करने के गुण सिखाए, साथ ही अपने निजी जीवन के बारे में बच्चों को बताया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के 12वीं कक्षा के परीक्षा में 90% अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को पत्र देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी अधिकारी रामकृष्ण मीणा भी मौजूद रहे.

जिला कलेक्टर ने किया छात्राओं से संवाद

जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार और जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता के समक्ष छात्राओं ने खुलकर अपने मन की बात रखी. सपनों को पूरा करने और उत्पन्न होने वाली और शंकाओं को सामने रखा. इस दौरान जिला कलेक्टर जिला पुलिस अधीक्षक ने छात्र-छात्राओं को आईपीएस आईएएस बनने के लिए जरूरी योग्यताओं के बारे में बताया और उनके अनुभव साझा किए. जिले के छात्र-छात्राओं का जिला कलेक्टर ने स्वागत किया और तिलक लगाकर शुभकामनाएं दी. जिला कलेक्टर ने कहा कि विद्यालय में सभी प्रकार के बच्चे पढ़ाई करते हैं. लेकिन जिन बच्चों में कुछ विशेष करने का हौसला होता है, वह किसी पर कड़ी मेहनत करते हैं और मजबूत इरादे के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं. साथ ही उन्होंने राजकीय विद्यालय में पढ़ाई करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होने का अवसर कैसे मिला इस बारे में भी उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपने अनुभव साझा किए.

यह सीख दी कलेक्टर साहिबा ने

जिला कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि कोई भी बेटी पढ़ाई से वंचित नहीं रहे. छात्राएं 12वीं कक्षा में इतने अच्छे अंक लाने के बाद पढ़ाई छोड़ देती है. जबकी उन्हें अपनी पढ़ाई निरंतर रखनी चाहिए. मैं भी इसके लिए हरसंभव मदद कर रही हूं.

कार्यक्रम के दौरान एक छात्र द्वारा आईएएस बनने के लिए कॉलेज चयन के सवाल का जवाब देते हुए जिला कलक्टर ने बताया कि इसके लिए कॉलेज मायने नहीं रखता. यह भी जरूरी नहीं कि कोचिंग करने से ही आईएएस ओर आईपीएस बन जाएंगे, बिना कोचिंग के भी सफलता हासिल की जा सकती है. नियमित पढ़ाई करें यह ही सबसे अच्छा तरीका है.

Intro:बूंदी में जिले के सरकारी विद्यालयों में 90% से ज्यादा अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं का सपना डॉक्टर ,इंजीनियर शिक्षक, लेक्चर ,आरएएस ,आईपीएस, आईएएस बनकर जिले और अपने परिजनों का नाम रोशन करना है । इन लेकिन होनार से जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार , जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने मुखातिब होकर संवाद किया और उनके बेहतर भविष्य और सफलता हासिल करने के गुण सिखाए साथी अपने निजी जीवन के बारे में बच्चों को बताया ।


Body:जिले के सबसे बड़े अधिकारी जिला कलेक्टर रुक्मणि रीयार ने और जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता के साथ प्रतिभावान छात्र खुलकर अपने मन की बात रखी और सपनों को पूरा करने और उत्प्न्न होने वाली और शंकाओं का समाधान किया इस दौरान जिला कलेक्टर जिला पुलिस अधीक्षक ने छात्र-छात्राओं को आईपीएस आईएएस बनने के लिए जरूरी योग्यताओं के बारे में बताया और उनके अनुभव साझा किए ।

जिला कलेक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक इन छात्रो का हौसला अफजाई करते हुए बेहतर भविष्य और विकल्पों के बारे में बताया । जिले के छात्र-छात्राओं का जिला कलेक्टर ने स्वागत किया और तिलक लगाकर शुभकामनाएं दी । जिला कलेक्टर ने कहा कि विद्यालय में सभी प्रकार के बच्चे पढ़ाई करते हैं लेकिन जिन बच्चों में कुछ विशेष करने का हौसला होता है इरादा होता है और जुनून होता है वह किसी पर कड़ी मेहनत करते हैं और मजबूत इरादे निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं उनको जरूर जिंदगी में ऊंचा मुकाम हासिल होता है उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल अथवा प्राइवेट स्कूल का होना कतई मायने नहीं रखता बल्कि विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य और उनके प्रति जज्बा मायने रखता है और जुनून मायने लगता है और वही जुनून उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचाता है। साथ ही उन्होंने राजकीय विद्यालय में पढ़ाई करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होने का अवसर मिला इस बारे में भी उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया ।


Conclusion:जिला कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि कोई भी बेटी पढ़ाई से वंचित नहीं रहे छात्राएं 12वीं कक्षा में इतने अच्छे अंक लाने के बाद पढ़ाई छोड़ देती है लेकिन वह नहीं छोड़े । उन्होंने कहा कि में भी इसके लिए हरसंभव मदद कर रही हूं । कार्यक्रम के दौरान एक छात्र द्वारा आईएएस बनने के लिए कॉलेज चयन के सवाल का जवाब देते हुए जिला कलक्टर ने बताया कि इसके लिए कॉलेज मायने नहीं रखता जो भी बच्चे से पड़े इसके अलावा यह भी जरूरी नहीं कि कोचिंग करने से ही आईएएस ओर आईपीएस बन जाएंगे । बिना उसके भी सफलता हासिल की जा सकती है । यह नियमित पढ़ाई करें अध्ययन करें यह बहुत अच्छा तरीका है । इस दौरान जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के 12वीं कक्षा के परीक्षा में 90% अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को पत्र देकर सम्मानित किया । इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी अधिकारी रामकृष्ण मीणा आदि मौजूद रहे ।

बाईट - रुकमणी रियार , जिला कलेक्टर ,बूंदी
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