जयपुर. राजस्थान सरकार ने प्राथमिक स्तर की प्राथमिक संस्कृत स्कूल (primary sanskrit school) और 34 उच्च प्राथमिक संस्कृत स्कूलों (upper primary sanskrit school) को क्रमोन्नत करने की स्वीकृति जारी की है. साथ ही भरतपुर के सैदपुरा में राजकीय संस्कृत शास्त्री महाविद्यालय खोलने की भी स्वीकृति जारी की गई है.
संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री (Minister of State for Sanskrit Education) डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा (budget announcement) 2021-22 के अनुसार, अजमेर के निम्बार्क तीर्थ प्राथमिक संस्कृत स्कूल को उच्च प्राथमिक में, जयपुर के सुल्तानिया, जोधरवाला, दौसा के पावटा गुर्जर, करौली के टोडाभीम और प्रतापगढ़ के दलोट की राजकीय प्राथमिक संस्कृत स्कूल को प्रवेशिका में क्रमोन्नत करने की स्वीकृति मिली है, जबकि जयपुर के विमलपुरा और अजमेर के किशनगढ़ की प्राथमिक संस्कृत स्कूल को वरिष्ठ उपाध्याय में क्रमोन्नत किया गया है.
यह भी पढ़ें- राजस्थान में 7 जून से शुरू होंगे स्कूल, 50 फीसदी शिक्षक और कार्मिक आएंगे स्कूल
इसी तरह वित्त एवं विनियोग विधेयक चर्चा के दौरान 34 उच्च प्राथमिक संस्कृत स्कूलों को क्रमोन्नत करने की घोषणा की गई थी. इस पर अजमेर के विजयनगर, टोंक के यज्ञ के बालाजी, मातड़िया, पुराना खेड़ा, नागौर के पीह बख्तावरपुरा, जयपुर के त्रिलोकिनाथपुरा, आंतेला, खेजरोली, श्रीरामपुर बिंदायका, सीकर के रामपुरा, सांवलपुरा, अलवर के कमाल हाथा, भोपावास, भिखाहेड़ी खुर्द, किशोरी, दौसा के सथनिया की ढाणी, जाना बस्ती टोड़ा, भरतपुर के बामावास, चिकसाना, सेवर, धौलपुर के ढेहरा, धोर्र, बरेठा कलां, सवाई माधोपुर के रूपनगर, ढाणी डेहरा, झुंझुनू के परसरामपुरा, हनुमानगढ़ के बड़वीराना, पीरवाला जोहड़ा भिरानी, जोधपुर के जूना मंडी, जैसलमेर के अमरसागर, जालोर के मांडोली नगर, राजसमंद के भोजा ठाकुर का वाडिया और बारां के पलायथा और वार्ड 1 रामनगर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत स्कूल को प्रवेशिका स्कूल में क्रमोन्नत करने की स्वीकृति वित्त विभाग द्वारा जारी की गई है.
वहीं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि भरतपुर के सैदपुरा में राजकीय शास्त्री संस्कृत महाविद्यालय खोलने की स्वीकृति भी जारी की गई है. इसके लिए विभिन्न पदों के सृजन की स्वीकृति भी दी गई है.