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अमेरिका ने पांच निष्क्रिय आतंकी समूहों को ब्लैकलिस्ट से हटाया, अल-कायदा अब भी जिंदा - Al Qaeda still alive

अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठनों की अपनी सूची से उन पांच आतंकी समूहों को हटा दिया है, जिनके बारे में माना जाता है कि ये सभी निष्क्रिय हो चुके हैं. शुक्रवार को प्रकाशित नोटिस में विदेश विभाग ने कहा कि उसने समूहों की गतिविधियों के संबंध में अनिवार्य पांच साल की समीक्षा के बाद उन्हें हटा दिया. हालांकि, अलकायदा को सूची में बरकरार रखा गया है. काली सूची से हटाए गए संगठनों में बास्क अलगाववादी समूह, जापानी शिनरिक्यो, कट्टरपंथी यहूदी समूह कहाने कच के अलावा दो इस्लामी समूह शामिल हैं जोकि इजराइल, फलस्तीनी क्षेत्रों और मिस्र में सक्रिय हैं.

अमेरिका ने निष्क्रिय पांज आतंकी समूहों को ब्लैकलिस्ट से हटाया
अमेरिका ने निष्क्रिय पांज आतंकी समूहों को ब्लैकलिस्ट से हटाया
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Published : May 21, 2022, 8:57 AM IST

वाशिंगटन: अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठनों की अपनी सूची से पांच चरमपंथी समूहों को हटा दिया है. माना जाता है कि ये सभी बंद या निष्क्रिय हो चुके हैं. शुक्रवार को फेडरल रजिस्टर में प्रकाशित नोटिस में, विदेश विभाग ने कहा कि उसने समूहों को उनके पदनामों की अनिवार्य पांच साल की समीक्षा के बाद हटा दिया है. अल-कायदा को भी समीक्षा के लिए भी तैयार सूची में रखा गया था. विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि हटाए गए पांच संगठन अब आतंकवाद या आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त नहीं हैं. ये संगठन आंतक फैलाने की क्षमता और इरादे नहीं रखते हैं. इसलिए इन्हें विदेशी आतंकी संगठन की सूची से हटाया जा रहा है. हटाए गए समूहों में से कई ने एशिया, यूरोप और मध्य पूर्व में सैकड़ों लोगों को मारा है. निर्णय बाइडेन प्रशासन और उन देशों के लिए राजनीतिक रूप से संवेदनशील है जिनमें संगठन संचालित होते है. हो सकता है पीड़ित देशों और परिवारों की ओर से इसकी आलोचना भी हो.

पढ़ें: इरफान को सिवान से जम्मू कश्मीर ले गई NIA, मां ने कहा- 5 साल पहले ही घर से निकाला, तब से नहीं देखा

हटाए गए संगठन में बास्क अलगाववादी समूह ईटीए, जापानी संगठन ओम् शिनरिक्यो, कट्टरपंथी यहूदी समूह कहाने कच और दो इस्लामी समूह हैं जो इजराइल-फिलिस्तीनी क्षेत्रों और मिस्र में सक्रिय हैं शामिल हैं. विदेश विभाग ने कहा कि इन कार्रवाइयों का उद्देश्य विदेशी आतंकवादी संगठनों की समीक्षा और रद्द करने के लिए कानूनी आवश्यकताओं का पालन करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के संकल्प को प्रतिबिंबित करना है. ये आतंकवादी कृत्यों की अनदेखी का बहाना नहीं है. इसमें कोई शक नहीं है कि इन संगठनों ने हत्याएं की हैं. ये मानवता के विरुद्ध अपराध में शामिल रहे हैं. बल्कि यह कदम आतंकवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई की सफलता को दर्शाता है. हम समझते हैं कि मिस्र, इज़राइल, जापान और स्पेन में आतंकवाद के खतरे हुए हैं.

पढ़ें : पाक प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान में आतंकी संगठन टीटीपी के साथ वार्ता की : रिपोर्ट

13 मई को कांग्रेस को भेजी गई अधिसूचना के आधार पर इस सप्ताह निष्कासन होगा. समूहों को सूची से हटाने से वो प्रतिबंध रद्द हो जाएंगे जो इन संगठनों पर लागू थे. इनमें संपत्ति पर रोक, यात्रा प्रतिबंध के साथ-साथ किसी भी अमेरिकी को समूहों या उनके सदस्यों को किसी भी तरह का समर्थन प्रदान करने पर प्रतिबंध शामिल है. जिसमें धन या वस्तुगत सहायता के अलावा कई मामलों में चिकित्सा देखभाल भी शामिल है. पांच समूहों में से एक को छोड़कर सभी को पहली बार 1997 में विदेशी आतंकवादी संगठन के तौर पर नामित किया गया था. ये संगठन पिछले 25 वर्षों से सूची में बने थे.

पढ़ें: आतंकवाद का वित्तपोषण: आतंकी संगठन लश्कर के संपर्क में थे IPS नेगी: एनआईए

सूची से हटाए गए समूह

- ओम् शिनरिक्यो (एयूएम): जापानी 'सुप्रीम ट्रुथ' पंथ जिसने 1995 में टोक्यो मेट्रो पर घातक सरीन गैस हमले को अंजाम दिया था. हमले में 13 लोग मारे गए और सैकड़ों लोग बीमार हो गए थे. 2018 में नेता शोको असहारा सहित अपने शीर्ष सोपानों के निष्पादन के बाद से समूह को काफी हद तक निष्क्रिय माना गया है. इसे 1997 में एक विदेशी आतंकवादी संगठन नामित किया गया था.

- बास्क फादरलैंड एंड लिबर्टी या ईटीए : जिसने उत्तरी स्पेन और अन्य जगहों पर दशकों तक बमबारी और हत्याओं का एक अलगाववादी अभियान चलाया. जिसमें 800 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हुए. 2010 में संघर्ष विराम की घोषणा और 2018 में अपने अंतिम नेताओं के गिरफ्तारियों के बाद संगठन को भंग कर दिया. इसे 1997 में एक विदेशी आतंकवादी संगठन नामित किया गया था.

- कहाने कच: कट्टरपंथी रूढ़िवादी यहूदी समूह की स्थापना 1971 में अल्ट्रानेशनलिस्ट इजराइली रब्बी मीर कहाने ने की थी. उन्होंने 1990 अपनी हत्या तक समूह का नेतृत्व किया. समूह के सदस्य अरब, फिलिस्तीनी और इज़राइली सरकारी अधिकारियों की हत्या करने, उन्हें धमकी देने या परेशान करने के आरोपी रहे. संगठन 2005 से निष्क्रिय है. समूह को पहली बार 1997 में नामित किया गया था.

- मुजाहिदीन शूरा परिषद: जेरूसलम का मुजाहिदीन शूरा परिषद, गाजा में स्थित कई जिहादी संगठनों का एक समूह था. जिसने 2012 में अपनी स्थापना के बाद से इजराइल पर कई रॉकेट और अन्य हमलों की जिम्मेदारी ली. परिषद को पहली बार 2014 में नामित किया गया था.

- गामा अल-इस्लामिया या आईजी (ईस्लामिक ग्रुप): एक मिस्र का सुन्नी इस्लामी संगठन जिसने 1990 के दशक के दौरान मिस्र की सरकार को गिराने के लिए लड़ाई लड़ी. इसने पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ-साथ पर्यटकों पर भी सैकड़ों घातक हमले किए. समूह को पहली बार 1997 में नामित किया गया था.

वाशिंगटन: अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठनों की अपनी सूची से पांच चरमपंथी समूहों को हटा दिया है. माना जाता है कि ये सभी बंद या निष्क्रिय हो चुके हैं. शुक्रवार को फेडरल रजिस्टर में प्रकाशित नोटिस में, विदेश विभाग ने कहा कि उसने समूहों को उनके पदनामों की अनिवार्य पांच साल की समीक्षा के बाद हटा दिया है. अल-कायदा को भी समीक्षा के लिए भी तैयार सूची में रखा गया था. विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि हटाए गए पांच संगठन अब आतंकवाद या आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त नहीं हैं. ये संगठन आंतक फैलाने की क्षमता और इरादे नहीं रखते हैं. इसलिए इन्हें विदेशी आतंकी संगठन की सूची से हटाया जा रहा है. हटाए गए समूहों में से कई ने एशिया, यूरोप और मध्य पूर्व में सैकड़ों लोगों को मारा है. निर्णय बाइडेन प्रशासन और उन देशों के लिए राजनीतिक रूप से संवेदनशील है जिनमें संगठन संचालित होते है. हो सकता है पीड़ित देशों और परिवारों की ओर से इसकी आलोचना भी हो.

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हटाए गए संगठन में बास्क अलगाववादी समूह ईटीए, जापानी संगठन ओम् शिनरिक्यो, कट्टरपंथी यहूदी समूह कहाने कच और दो इस्लामी समूह हैं जो इजराइल-फिलिस्तीनी क्षेत्रों और मिस्र में सक्रिय हैं शामिल हैं. विदेश विभाग ने कहा कि इन कार्रवाइयों का उद्देश्य विदेशी आतंकवादी संगठनों की समीक्षा और रद्द करने के लिए कानूनी आवश्यकताओं का पालन करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के संकल्प को प्रतिबिंबित करना है. ये आतंकवादी कृत्यों की अनदेखी का बहाना नहीं है. इसमें कोई शक नहीं है कि इन संगठनों ने हत्याएं की हैं. ये मानवता के विरुद्ध अपराध में शामिल रहे हैं. बल्कि यह कदम आतंकवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई की सफलता को दर्शाता है. हम समझते हैं कि मिस्र, इज़राइल, जापान और स्पेन में आतंकवाद के खतरे हुए हैं.

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13 मई को कांग्रेस को भेजी गई अधिसूचना के आधार पर इस सप्ताह निष्कासन होगा. समूहों को सूची से हटाने से वो प्रतिबंध रद्द हो जाएंगे जो इन संगठनों पर लागू थे. इनमें संपत्ति पर रोक, यात्रा प्रतिबंध के साथ-साथ किसी भी अमेरिकी को समूहों या उनके सदस्यों को किसी भी तरह का समर्थन प्रदान करने पर प्रतिबंध शामिल है. जिसमें धन या वस्तुगत सहायता के अलावा कई मामलों में चिकित्सा देखभाल भी शामिल है. पांच समूहों में से एक को छोड़कर सभी को पहली बार 1997 में विदेशी आतंकवादी संगठन के तौर पर नामित किया गया था. ये संगठन पिछले 25 वर्षों से सूची में बने थे.

पढ़ें: आतंकवाद का वित्तपोषण: आतंकी संगठन लश्कर के संपर्क में थे IPS नेगी: एनआईए

सूची से हटाए गए समूह

- ओम् शिनरिक्यो (एयूएम): जापानी 'सुप्रीम ट्रुथ' पंथ जिसने 1995 में टोक्यो मेट्रो पर घातक सरीन गैस हमले को अंजाम दिया था. हमले में 13 लोग मारे गए और सैकड़ों लोग बीमार हो गए थे. 2018 में नेता शोको असहारा सहित अपने शीर्ष सोपानों के निष्पादन के बाद से समूह को काफी हद तक निष्क्रिय माना गया है. इसे 1997 में एक विदेशी आतंकवादी संगठन नामित किया गया था.

- बास्क फादरलैंड एंड लिबर्टी या ईटीए : जिसने उत्तरी स्पेन और अन्य जगहों पर दशकों तक बमबारी और हत्याओं का एक अलगाववादी अभियान चलाया. जिसमें 800 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हुए. 2010 में संघर्ष विराम की घोषणा और 2018 में अपने अंतिम नेताओं के गिरफ्तारियों के बाद संगठन को भंग कर दिया. इसे 1997 में एक विदेशी आतंकवादी संगठन नामित किया गया था.

- कहाने कच: कट्टरपंथी रूढ़िवादी यहूदी समूह की स्थापना 1971 में अल्ट्रानेशनलिस्ट इजराइली रब्बी मीर कहाने ने की थी. उन्होंने 1990 अपनी हत्या तक समूह का नेतृत्व किया. समूह के सदस्य अरब, फिलिस्तीनी और इज़राइली सरकारी अधिकारियों की हत्या करने, उन्हें धमकी देने या परेशान करने के आरोपी रहे. संगठन 2005 से निष्क्रिय है. समूह को पहली बार 1997 में नामित किया गया था.

- मुजाहिदीन शूरा परिषद: जेरूसलम का मुजाहिदीन शूरा परिषद, गाजा में स्थित कई जिहादी संगठनों का एक समूह था. जिसने 2012 में अपनी स्थापना के बाद से इजराइल पर कई रॉकेट और अन्य हमलों की जिम्मेदारी ली. परिषद को पहली बार 2014 में नामित किया गया था.

- गामा अल-इस्लामिया या आईजी (ईस्लामिक ग्रुप): एक मिस्र का सुन्नी इस्लामी संगठन जिसने 1990 के दशक के दौरान मिस्र की सरकार को गिराने के लिए लड़ाई लड़ी. इसने पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ-साथ पर्यटकों पर भी सैकड़ों घातक हमले किए. समूह को पहली बार 1997 में नामित किया गया था.

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