जालोर. अरब सागर से उठने वाला बिपरजॉय तूफान के दौरान एक खेत मे बने ईंटो के कमरे के धसने से तीन लोगों की मलबे में दबकर मौत की खबर सामने आई है. मंगलवार रात को सूचना पर पहुंची राजस्थान पुलिस ने तीनों के शव बरामद कर लिए है. पुलिस के मुताबिक तीनों लोग बिपरजॉय तूफान के दौरान घर में थे.
जालोर डीवाईएसपी रतना राम देवासी ने बताया कि बिशनगढ़ थाना क्षेत्र के मूडी निवासी अर्जुनसिंह का परिवार लम्बे समय से खेत में निवास करता था. ईंटो का एक कमरा बनाया हुआ था. बिपरजॉय तूफान के दौरान तीनों कमरे के अंदर सो रहे थे. तेज हवा व बारिश के दौरान कमरे की दीवार तीनों पर गिर गई. जिससे तीनों की मलबे में दबने से मौत हो गई. सभी सदस्यों की मौत हो गई थी इसलिए इसकी जानकारी किसी को नहीं मिल पाई थी.
मंगलवार को बाढ़ से हुए नुकसाना का सर्वे चल रहा था, इस दौरान किसी चरवाहे ने सूचना दी कि खेत में बने एक कमरे के मलबे में कोई दबा हुआ पड़ा है. जिस पर बिशनगढ़ थानाधिकारी बाबूलाल समेत टीम मौके पर पहुंची. थोड़ी देर बाद वृत्ताधिकारी रतन देवासी भी मौके पर पहुंचे. रात में मलबे की खुदाई की तो मूडी निवासी अर्जुनसिंह राजपूत, उनकी पत्नी व उनकी बेटी का मलबे में दबा शव मिला. बदबूदार स्थिति में कड़ी मशक्कत के बाद देर रात उन तीनों के शव निकाले जा सके. परिवार के साथ उनका बेटा भी रहता था, लेकिन वो मिला नहीं है. घटना के बाद से क्षेत्र में शोक का माहौल व्याप्त है.
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खेत में रहने के कारण नहीं लगा पता : यह परिवार खेत में रहता था. ऐसे में तीन दिन तक किसी को इस हादसे की जानकारी नहीं मिल पायी. मंगलवार को दिन में किसी चरवाहे ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसकी सूचना मिलते ही जालोर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मलबे में दबे शवों को निकाला. जिसके बाद शवों को राजकीय अस्पताल की मॉर्चरी में रखवा दिए गए हैं.