कोटा. जिले के कनवास थाना इलाके में एक प्रेमी जोड़े की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. दोनों के शव मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के घने जंगल में मिले हैं, लेकिन पूरी तरह से शव क्षत-विक्षत हैं. उन्हें जानवरों ने ही नोच खाया है. महिला के शव की तो हालत ऐसी थी कि उसकी केवल गर्दन से ऊपर का हिस्सा ही मौका स्थल पर मौजूद था. शेष शरीर को जंगली जानवर पूरी तरह से खा चुके थे. उसके शरीर के कुछ अवशेष आसपास बिखरे हुए थे, हालांकि पुलिस इस मामले को प्राथमिक तौर पर आत्महत्या मान रही है.
थानाधिकारी कल्याण सिंह ने बताया कि कनवास थाना इलाके के किशोरपुरा गांव से 30 वर्षीय बाबूलाल और 21 वर्षीय धापू बाई 9 मार्च को घर से गायब हो गए थे. इस संबंध में कनवास थाने में गुमशुदगी भी परिजनों ने दर्ज करवाई थी. इनकी तलाश परिजन भी कर रहे थे. कनवास थानाधिकारी कल्याण सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल को एक चरवाहे ने दोनों के परिजनों को दोनों के शव होने की जानकारी दी. जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे, जहां पर चप्पल, कपड़े और स्वर्ण आभूषणों से मृतकों के बारे में जानकारी मिल गई. पुलिस को घटनास्थल से मोबाइल भी बरामद हुआ है. इसके साथ ही महिला के पहने हुए स्वर्ण आभूषण व पैरों की पायल भी घटनास्थल के आसपास ही पड़ी मिली है. साथ ही हड्डियों का चूरा भी पड़ा हुआ मिला.
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पुलिस का कहना है कि यह जगह किशोर सागर बालाजी के पीछे सगन जंगल में सड़क से करीब 3 किलोमीटर अंदर है. जहां पर कोई आवाजाही भी नहीं है. इस इलाके में बड़ी संख्या में लकड़बग्घे, सियार और जंगली सूअर बड़ी संख्या में मौजूद हैं. जानवरों की ओर से इन शवों को खाने की बात सामने आ रही है.
पुलिस का कहना है कि दोनों शवों का मौके पर ही मेडिकल बोर्ड को बुलवा कर पोस्टमार्टम करवाते हुए परिजनों के सुपुर्द कर दिए थे. इसके साथ ही इस मामले में जांच की जा रही है. दूसरी तरफ, लड़के के परिजनों ने यह भी आशंका जताई है कि दोनों की हत्या कर किसी ने शव लटका दिया है. थानाधिकारी का कहना है कि पुलिस इस मामले में दोनों शवों को संदिग्ध मानते हुए ही पड़ताल कर रही है, जांच में हर एंगल लिया जा रहा है.
प्रेमी जोड़ा पहले से ही था विवाहित - इस मामले में मृतक बाबूलाल और मृतका धापू बाई दोनों किशोरपुरा गांव के निवासी हैं. बाबूलाल पहले से ही विवाहित था और उसके दो बच्चे भी हैं. वह किशोरपुरा गांव में ही रह रहा था, जबकि धापू बाई का विवाह झालावाड़ जिले में हुआ था. जहां से वह अपने पीहर किशोरपुरा ही आई हुई थी, लंबे समय से यहीं रह रही थी. धापू बाई को लेने के लिए उसके ससुराल पक्ष के लोग 9 मार्च को ही किशोरपुरा गांव पहुंचे थे, इसी दौरान वह अपने परिजनों को चकमा देकर चली गई थी. इसके बाद ही गांव के रहने वाला उसका प्रेमी बाबूलाल भी गायब हो गया था, जिस पर पुलिस ने दोनों की गुमशुदगी दर्ज की थी.