अलवर. दुनिया भर में अपनी खास पहचान रखने वाले सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़ने का असर अब साफ नजर आने लगा है. यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ के दर्शन आसानी से हो रहे हैं. एक दिन में पर्यटकों को तीन बाघिन देखने को मिला. ऐसा पहली बार हुआ जब एक साथ पर्यटकों को एक दिन में तीन बाघिन के दर्शन हुए. ऐसे में सरिस्का प्रशासन काफी उत्साहित है. तो यहां आने वाले पर्यटक भी टाइगर को देख खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं.
सरिस्का टाइगर रिजर्व में इस समय 28 बाघ, बाघिन व शावक हैं. सरिस्का में टाइगर की जनसंख्या बढ़ने का असर स्पष्ट दिखने लगा है. यहां आने वाले पर्यटकों को एक से ज्यादा बाघिन दिख रही है. दो दिन पहले तीन बाघिन घुमती नजर आई है. इनमें भी बाघिन एसटी-8 भी शामिल है जो पर्यटकों को बहुत ही कम नजर आती है.
सरिस्का पहुचे पर्यटकों ने सफारी में बाघिन एसटी-7 और एसटी-9 दिखाई दी. तो बुधवार की सफारी में पांडुपोल जाते हुए रास्ते में बाघिन एसटी-8 सड़क को पार करते हुए नजर आई. सरिस्का के गाइड ने बताया कि पर्यटकों को पहली बार में ही तीन बाघिन देखने को मिला. सरिस्का का जंगल अन्य जगहों से बहुत ही अलग है. यहां की हरियाली, पहाड़िया, पानी के स्रोत, वन्यजीव व सरिस्का में हुई चित्रकारी ने लोगों का मन मोह लेती है. इसलिए यहां आने वाले पर्यटक यहां का नजारा देखकर काफी खुश नजर आ रहे हैं.
पर्यटकों की संख्या बढ़ने से रोजगार में होगी वृद्धि : अलवर में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से स्थानीय रोजगार बढ़ा है. रविवार, शनिवार व सरकारी अवकाश वाले दिन अलवर व आसपास क्षेत्र के सभी होटल फूल रहते हैं. लोगों को होटल में जगह नहीं मिलती है. इसके अलावा रोजगार के नए अवसर भी युवाओं को मिल रहे हैं. पर्यटन कार्यों में स्थानीय लोग जुड़े हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी इस कार्य में आगे हैं.
बाघ बाघिन दिखना माना जाता है भाइयों : वैसे तो सरिस्का में पर्यटकों को बाघिन एसटी -9 सफारी के दौरान आमतौर पर दिख जाती है. लेकिन पर्यटकों को एसटी-9 के साथ एसटी-21 की भी साइटिंग होती रही है. बाघिन एसटी -7 भी कई बार पर्यटको को सरिस्का में घुमते हुए दिखी है. लेकिन बाघिन एसटी-8 की साइटिंग पर्यटक को बहुत कम होती है. बाघ बाघिन का दिखना संयोग माना जाता है. कई बार जंगल में बार बार घूमने के बाद भी बाघ बाघिन की साइटिंग नहीं होती है. तो कई बार यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ के साथ पैंथर की भी साइटिंग होती है. इतना ही नहीं सरिस्का में प्रवेश करने के साथ ही पर्यटक और साइटिंग का आनंद मिलता है. इसलिए यह जरूरी नहीं कि सभी को हमेशा बाघ की साइटिंग हो.
Sariska Tiger Reserve : टाइगर की बढ़ती जनसंख्या से पर्यटकों में बढ़ा रोमांच
सरिस्का टाइगर रिजर्व में टाइगर की पॉपुलेशन बढ़ने से पर्यटकों को आसानी से टाइगर के दर्शन हो रहे हैं. इससे पर्यटकों को मजा आ रहा है तो वहीं सरिस्का प्रशासन भी काफी उत्साहित दिख रहा है. आसपास के लोग भी खुश है कि इससे भविष्य में पर्यटन बढ़ेगा और रोजगार में भी इजाफा होगा.
अलवर. दुनिया भर में अपनी खास पहचान रखने वाले सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़ने का असर अब साफ नजर आने लगा है. यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ के दर्शन आसानी से हो रहे हैं. एक दिन में पर्यटकों को तीन बाघिन देखने को मिला. ऐसा पहली बार हुआ जब एक साथ पर्यटकों को एक दिन में तीन बाघिन के दर्शन हुए. ऐसे में सरिस्का प्रशासन काफी उत्साहित है. तो यहां आने वाले पर्यटक भी टाइगर को देख खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं.
सरिस्का टाइगर रिजर्व में इस समय 28 बाघ, बाघिन व शावक हैं. सरिस्का में टाइगर की जनसंख्या बढ़ने का असर स्पष्ट दिखने लगा है. यहां आने वाले पर्यटकों को एक से ज्यादा बाघिन दिख रही है. दो दिन पहले तीन बाघिन घुमती नजर आई है. इनमें भी बाघिन एसटी-8 भी शामिल है जो पर्यटकों को बहुत ही कम नजर आती है.
सरिस्का पहुचे पर्यटकों ने सफारी में बाघिन एसटी-7 और एसटी-9 दिखाई दी. तो बुधवार की सफारी में पांडुपोल जाते हुए रास्ते में बाघिन एसटी-8 सड़क को पार करते हुए नजर आई. सरिस्का के गाइड ने बताया कि पर्यटकों को पहली बार में ही तीन बाघिन देखने को मिला. सरिस्का का जंगल अन्य जगहों से बहुत ही अलग है. यहां की हरियाली, पहाड़िया, पानी के स्रोत, वन्यजीव व सरिस्का में हुई चित्रकारी ने लोगों का मन मोह लेती है. इसलिए यहां आने वाले पर्यटक यहां का नजारा देखकर काफी खुश नजर आ रहे हैं.
पर्यटकों की संख्या बढ़ने से रोजगार में होगी वृद्धि : अलवर में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से स्थानीय रोजगार बढ़ा है. रविवार, शनिवार व सरकारी अवकाश वाले दिन अलवर व आसपास क्षेत्र के सभी होटल फूल रहते हैं. लोगों को होटल में जगह नहीं मिलती है. इसके अलावा रोजगार के नए अवसर भी युवाओं को मिल रहे हैं. पर्यटन कार्यों में स्थानीय लोग जुड़े हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी इस कार्य में आगे हैं.
बाघ बाघिन दिखना माना जाता है भाइयों : वैसे तो सरिस्का में पर्यटकों को बाघिन एसटी -9 सफारी के दौरान आमतौर पर दिख जाती है. लेकिन पर्यटकों को एसटी-9 के साथ एसटी-21 की भी साइटिंग होती रही है. बाघिन एसटी -7 भी कई बार पर्यटको को सरिस्का में घुमते हुए दिखी है. लेकिन बाघिन एसटी-8 की साइटिंग पर्यटक को बहुत कम होती है. बाघ बाघिन का दिखना संयोग माना जाता है. कई बार जंगल में बार बार घूमने के बाद भी बाघ बाघिन की साइटिंग नहीं होती है. तो कई बार यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ के साथ पैंथर की भी साइटिंग होती है. इतना ही नहीं सरिस्का में प्रवेश करने के साथ ही पर्यटक और साइटिंग का आनंद मिलता है. इसलिए यह जरूरी नहीं कि सभी को हमेशा बाघ की साइटिंग हो.