जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पुराना परिसर में हुए दलित नाबालिग के साथ गैंगरेप के आरोपियों को पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद पॉक्सो कोर्ट महानगर में पेश किया. सुनवाई के बाद न्यायिक अधिकारी सूर्य प्रकाश पारिक ने चारों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी कर दिए. इससे पहले कोर्ट रूम में बापर्दा पेश तीन आरोपी बैचेन नजर आए.
आरोपियों ने मानी गलती : करीब 20 मिनट तक सभी आरोपी कोर्ट में रहे. इस दौरान धर्मपाल और भट्टम सिंह (जिनकी टांगे टूटी हुई हैं) दोनों सिर पकड़े बैठे रहे. उन्होंने अपनी गलती भी मानी. जांच अधिकारी एडीसीपी निशांत भारद्वाज सहित पुलिस का जाप्ता कोर्ट में मौजूद रहा. इस दौरान कोर्ट के बाहर भीड़ भी इकट्ठा हो गई.
कोर्ट रूम में ये हुआ ? :
मैगी खाने वापस आए तो मिले लड़का-लड़की : जज सूर्यप्रकाश पारिक ने एक आरोपी को बुलाया तो समंदर सिंह आगे आया. जज के पूछने पर समंदर सिंह ने कहा कि साहब गलती हो गई. इस पर सरकारी वकील शिवप्रकाश भाटी ने कहा कि बताओ साहब को क्या गलती हुई है. इस पर समंदर सिंह ने बोला कि हम कंवरराज सिंह के प्रचार के लिए आए थे. रात को खाना खाने के बाद मैगी खाने पावटा चौराहा आए थे. मैगी खाने के बाद जब वापस जा रहे थे तो एक लड़का और लड़की मिले. जज ने पूछा उन्हें कहां लेकर गए तो समंदर ने कहा कि ओल्ड कैंपस हॉकी मैदान में. इसके बाद समंंदर सिंह को बैठा दिया गया.
1500 रुपए में कमरा दिया : जज ने पूछा सुरेश कुमार कौन है? इस पर पुलिस ने कृष्णा गेस्ट हाउस के मैनेजर सुरेश कुमार जाट को पेश किया. उसने बताया कि मालिक नहीं थे मैने दोनों को 1500 रुपए में कमरा दिया था. बाद में वापस निकाल दिया. क्यों निकाला इस पर जवाब नहीं दिया. इसके बाद सुरेश को वापस बैठा दिया गया. न्यायिक अधिकारी ने अपनी टिप्पणी लिखी और चारों आरोपियों के हस्ताक्षर उसपर करवाए.
शिनाख्ती करवाएगी पुलिस : कोर्ट ने चारों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया, जिनमें से तीन को अभी उपचार की जरूरत है. इसके अलावा पुलिस शिनाख्ती भी करवाएगी. इसके लिए उन्हें जेल से वापस लाया जाएगा. पुलिस ने रविवार रात को पीड़िता के बयान की कार्रवाई भी पूरी कर ली है. पुलिस का प्रयास है कि जल्द से जल्द इस प्रकरण का चालान पेश कर दिया जाए, जिससे ट्रायल शुरू हो सके.