कोटा. राजस्थान के कोटा में बीते 5 साल से पढ़ाई कर रही झुंझुनू के चिड़ावा निवासी वंशिका शर्मा अपने आप में ह्यूमन कंप्यूटर (human computer Vanshika talent) है. जिस गति से कंप्यूटर दिए गए कमांड की कैलकुलेशन पूरी करता है. उसी स्पीड से वंशिका भी कैलकुलेशन कर देती है. यहां तक कि अरबों तक का पहाड़ा वह चंद सेकंड में लिख देती है. उसे बोल कर भी सुना देती है. इसी अद्भुत कला के चलते उसे गणितज्ञ की संज्ञा कई लोग देते हैं.
वंशिका का सपना है कि मैथमेटिक्स में किसी भी बच्चे को परेशानी नहीं हो, सभी बच्चों का गणित से डर खत्म करना है. 11 जनवरी 2006 को जन्मी वंशिका 17 साल की हो गई है. वंशिका ने सबसे पहला रिकॉर्ड 14 अप्रैल 2018 में बनाया था. इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक नए रिकॉर्ड (Vanshika made many record in Mathematics) बनाती गई. वंशिका के पिता मनोज शर्मा ने दावा किया है कि वंशिका 8 मैथमेटिक्स के अलग-अलग रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है. जिन्हें विश्व में कोई दूसरा अभी नहीं बना पाया है. यहां तक कि वह 16 अलग-अलग बुक्स भी लिख चुकी हैं, जिनका प्रकाशन नहीं हुआ है. इनमें मैथमेटिक्स के ट्रिक्स ही वंशिका ने बनाए हैं.
कोई भी कैलकुलेशन चंद सेकंड में कर देती है पूरीः वंशिका को कोई भी डिजिट बता दी जाए या कोई भी कैलकुलेशन करने को दी जाए तो वह चंद सेकंड में सॉल्व कर देती है. चाहे डिजिट कितनी भी लंबी क्यों नहीं हो. वंशिका का कहना है कि मेरे सारे रिकॉर्ड मैथमेटिक्स में हैं. उसका दावा है कि 2 से लेकर इंफिनिटी तक की टेबल लिख व बोल सकती हैं. जिन्हें उल्टा व सीधा बोल सकती हूं. उसका दावा है कि ब्रेन के दोनों पार्ट एक्टिव हैं. ये दोनों साथ में काम भी करते हैं. इसलिए दो कैलकुलेशन एक साथ कर लेती हूं. इन्ही के बूते मैं 8 विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हूं. उन्होंने बताया कि पहला रिकॉर्ड में 11 डिजिट की टेबल 39 सेकंड में लिखी थी, मुझे टारगेट 1 मिनट का मिला था. उसके बाद हर साल एक या दो- तीन रिकॉर्ड बनते रहते हैं. उन्होंने कहा कि मेरा टारगेट है कि हर साल कम से कम एक रिकॉर्ड बने.
बचपन में पूछती थी कैसे बनते हैं रिकॉर्डः वंशिका का कहना है कि बचपन में अपने पिता से पूछती थी कि रिकॉर्ड कैसे बनता है. इस पर उनके पिता मनोज शर्मा बताते थे कि सबसे लंबी, चौड़ी, छोटी, ऊंची या कुछ अलग करने के रिकॉर्ड बनते हैं. वंशिका ने कहा कि वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में पापा बताते थे. मुझे आईडिया नहीं था कि मेरे पास भी टैलेंट है. इस टैलेंट का जब पता चला. तब सामने आया कि इससे भी रिकॉर्ड बन सकते हैं. इसके बाद मैंने जोड़, बाकी, गुणा व भाग सब किया है.
मैगजीन बनी टर्निंग प्वाइंट, माता-पिता ने साथ में की मेहनतः वंशिका की मां गायत्री शर्मा का कहना है कि कुछ साल पहले एक बार मैगजीन पढ़ रही थी. जिसमें एक बच्चे के लिए आर्टिकल प्रकाशित हुआ था. जिसमें उसने 2 डिजिट का पहाड़ा कुछ सेकेंड में सुनाया था. इस संबंध में गायत्री शर्मा ने वंशिका से भी इस तरह पहाड़ा सुनाने को कहा, यह उसने चंद सेकेंड में कर दिया. जिसके बाद लगातार वंशिका प्रैक्टिस करती रही और रिकॉर्ड बनाती रही. उसके माता-पिता भी उसके साथ ही लगे रहते हैं. वंशिका ने सैकड़ों नोटबुक को अपने प्रैक्टिस में उपयोग लिया है. यहां तक कि वह घंटों बोर्ड पर भी कैलकुलेशन की प्रैक्टिस करती है.
सीएम व स्पीकर सहित कई आईएएस हो गए अचंभितः वंशिका को देखकर कई लोग अचंभित हो चुके हैं जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, प्रदेश के कई मंत्री और विधायक (CM and IAS officer admires Vanshika) शामिल हैं. फ्रांस के राजकुमार जब इंडिया आए थे, तब उनसे मिली थी और वे वंशिका की इस कला के चलते काफी प्रभावित हुए थे. यहां तक कि हिमाचल जम्मू और राजस्थान के कई शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उसकी इस कला को देखकर अचंभित हो जाते हैं. कई आईएएस अधिकारियों और जिलों के कलेक्टर से वह मिल चुकी है. सभी ने उसकी इस कैलकुलेशन को आश्चर्यचकित करने वाला बताया है.
बन गई मोटिवेशनल स्पीकरः वंशिका कि इस कला के जरिए उन्हें देश नहीं विश्व में भी पहचान मिल रही है. इसी के चलते वह कई जगह पर सम्मान समारोह में शामिल होने के लिए भी जाती रही है. जिसके बाद मोटिवेशनल स्पीच भी उसने दी है. इसमें हिमाचल की कई यूनिवर्सिटी, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, दिल्ली सहित कई जगह पर उसने कॉलेजों के विद्यार्थियों को भी मोटिवेट किया है. जबकि अभी वह कक्षा बारहवीं में ही पढ़ रही है. वह कई नेशनल व इंटरनेशनल लेवल सेमिनार में भी ऑनलाइन शामिल हुई है. जिसमें मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में अपने आप को सिद्ध किया है.
वंशिका का गोल आईआईटी में एडमिशनः वंशिका कक्षा 12वीं के साथ जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन और एडवांस्ड की भी तैयारी कर रही है. उसका लक्ष्य कोटा से आईआईटी प्रवेश का गोल करना है. हालांकि वंशिका की मां गायत्री शर्मा का कहना है कि उनकी बेटी में अद्भुत कला निहित है. जिसका कई जगह पर प्लेटफार्म मिलना चाहिए, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही इस पर ध्यान नहीं दे पाई हैं. वंशिका जिस तरह से रिकॉर्ड बनाती है और कैलकुलेशन करती है,अन्य बच्चों को भी इससे सीखने को मिल सकता है. इसके लिए सरकारों को प्रयास करने चाहिए.
कोटा में बनाया था दूसरा रिकॉर्ड, उसके बाद नहीं लौटी वापसः जून 2018 में योग गुरु रामदेव कोटा में आए थे और उन्होंने एक साथ लाखों लोगों के योग करने का रिकॉर्ड बनाया था. उसके साथ सैकड़ों की संख्या में बच्चों ने अलग-अलग रिकॉर्ड भी बनाए थे. इन रिकॉर्ड को बनाने के लिए ही वंशिका कोटा आई थी, लेकिन वह इसके बाद वापस लौट कर नहीं गई. कोटा में 280 डिजिट का पहाड़ा 20 फुट लंबे पेपर पर उसने लिखा था. इस रिकॉर्ड से लोग काफी आकर्षित हुए. साथ ही उसके पिता मनोज और मां गायत्री ने भी कोटा में ही बच्ची को आईआईटी एंट्रेंस की तैयारी करवाने के लिए रख दिया. वह कक्षा आठवीं से ही कोटा में पढ़ रही है, यहां पर उसके मां पिता दोनों ही वंशिका के साथ रहते हैं.