टोंक. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट बुधवार को टोंक जिले के दौरे पर हैं. दिल्ली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके बीच हुए हुए 'समझौते' को लेकर पायलट ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं किया है. पायलट ने कहा कि कोई ये न समझे कि हमने अपनी बात रखकर छोड़ दी है. हम अपनी बात पर बने रहेंगे और किसी के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे
शासन कोई भी, नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं : सचिन पायलट ने कहा कि हम जैसे लोग नौजवानों की बात नहीं रखेंगे तो उनकी उम्मीद टूट जाएगी. अगर पेपर लीक का मामला, रोजगार, भ्रष्टाचार हमारी प्राथमिकता नहीं है तो और क्या है? उन्होंने कहा कि मैं किसी पद पर रहूं या नहीं, प्रदेश के नौजवानों के लिए हमेशा आवाज उठाता रहूंगा. शासन किसी का भी हो, किसी के साथ नाइंसाफी हो रही है, पक्षपात हो रहा है, अनदेखी हो रही है तो ये बर्दाश्त नहीं होना चाहिए.
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दिल्ली समझौते के बाद पहली बार जनता के बीच पहुंचे : टोंक विधायक सचिन पायलट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ दिल्ली में हुए हिडन समझौते के बाद बुधवार को पहली बार जनता के बीच पहुंचे. उन्होंने भाषण में यह स्पष्ट कर दिया कि वो आगामी विधानसभा चुनाव भी टोंक सीट से ही लड़ेंगे. हालांकि, पायलट के भाषण और बॉडी लैंग्वेज को देखकर लग रहा है कि दिल्ली में हुआ समझौता अभी भी पायलट के गले से नहीं उतर रहा है.
टोंक पहुंचने पर जगह-जगह स्वागत : पायलट ने अपनी विधानसभा टोंक के गांव इंदोकिया में जनता से विकास कार्यों की बात के साथ ही अम्बेडकर भवन के लिए 10 लाख रुपए दिए और निर्माण कार्यों का उद्घाटन किया. इस दौरान जगह-जगह पर उनका स्वागत किया गया. जनता से रूबरू होते हुए पायलट ने कहा कि पिछले 4 सालों में विकास के खूब कार्य हुए हैं. साथ ही पायलट ने आगामी दिनों में विकास की गति बढ़ाने का वादा किया. टोंक दौरे पर सचिन पायलट अब तक चार गांवों में अपना संबोधन दें चुके हैं, लेकिन अब तक दिल्ली का जिक्र सचिन पायलट की जुबान पर नहीं आया.