जयपुर. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए महिला आरक्षण और ओबीसी को भागीदारी देने के लिए जातिगत जनगणना की मांग की. उन्होंने कहा कि कास्ट सेंसस ही वो एक्स-रे है जिससे यह पता लग सकता है कि हिंदुस्तान में कितनी महिलाएं, ओबीसी, दलित, आदिवासी, माइनॉरिटी और जनरल में हैं. बिना जातिगत जनगणना के भागीदारी देने का काम नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री 24 घंटे ओबीसी की इज्जत की बात करते हैं, तो वह अपने अगले भाषण में यह बता दें कि कांग्रेस के किए कास्ट सेंसस को वे देश के सामने रखेंगे और अगली जनगणना जाति के आधार पर करवाएंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने झूठे वादे नहीं किए. 21 लाख किसानों के 14000 करोड़ रुपए का ऋण माफ किया. चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना जैसी बेहतरीन योजना दी. 3600 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले. जबकि भाजपा के सांसद भाषण में अंग्रेजी विरोधी बात करते हैं और उनके बच्चे अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि देश में हिंदी सबको सीखनी चाहिए. अंग्रेजी की भी जरूरत है. लेकिन भाजपा दो हिंदुस्तान चाहती है, जिसमें उनके बच्चे तो अंग्रेजी सीख कर अमेरिका, जापान, चीन जाएं और गरीबों के बच्चे यहीं रह जाएं.
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उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि 'बब्बर शेरों' आपकी सरकार ने राजस्थान के लोगों को स्वास्थ्य योजना दी, किसानों का कर्ज माफ करवाया, सिलेंडर 500 रुपए में दिया और 100 यूनिट बिजली फ्री दी. राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जब भाजपा के कार्यकर्ता आपके सामने आएं, तो उनसे सवाल पूछिए कि कास्ट सेंसस क्यों नहीं करवा रहे हो? अदानी को अपने कितना फायदा पहुंचाया और देश को स्वास्थ्य योजना और 500 रुपए का सिलेंडर किसने दिया.
मेरे केस में एक्सीलेटर दबा तुरंत की कारवाई: राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच विचारधारा की लड़ाई चल रही है. मैंने पार्लियामेंट में अदानी को लेकर भाषण दिया, तो मेरी लोकसभा की सदस्यता को इस तेजी से रद्द किया गया जैसे हम गाड़ी का एक्सीलेटर दबा कर उसे तेज कर देते हैं. जिस दिन मैंने प्रेस वार्ता की, उसी दिन नरेंद्र मोदी ने स्पेशल सेशन लागू कर दिया. जिसमें पहले भारत और इंडिया की बात की गई और बाद में महिला आरक्षण की बात करने लगे. अब महिला आरक्षण को हमने पूरा समर्थन तो दिया है, लेकिन हम चाहते हैं कि यह महिला आरक्षण देश में तुरंत लागू हो ना की 10 साल बाद.
जुबान भी फिसली: कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी की जुबान भी फिसली. जब उन्होंने गहलोत सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए यह कहा कि यह काम गहलोत जी, खड़गे जी और मैंने जी नहीं करवाया, बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ता ने हमें कहकर यह काम करवाए हैं. इस दौरान जब उन्होंने खुद को संबोधित किया तो खुद को भी उन्होंने 'मैंने' के साथ जी लगा दिया.