अजमेर. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की अजमेर में प्रस्तावित यात्रा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बांग्लादेश से एक प्रतिनिधिमंडल व्यवस्थाओं का जायजा लेने अजमेर में डेरा डाले हुए है. गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल और कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बैठक हुई. प्रस्तावित यात्रा से संबंधित तैयारियों को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 5 सितंबर को भारत आएंगी. इस दौरान वे 7 या 8 सितंबर को अजमेर भी आ सकती हैं. यहां वह ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में जियारत का करेंगी. उनकी प्रस्तावित अजमेर यात्रा की व्यवस्था को लेकर बांग्लादेश के हाई कमीशन और सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. गुरुवार को अजमेर जिला कलक्टर सभागार में स्थानीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के बीच यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर बैठक हुई.
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बांग्लादेश के चीफ प्रोटोकोल मोहम्मद शफीउल, यात्रा के सीनियर असिस्टेंट सेक्रेटरी दत्ताश्री राजीब कुमार, एमएफए असिस्टेंट सेक्रेटरी नूरे शाहन राज सहित बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल में शामिल कई अधिकारी बैठक में मौजूद थे. कलेक्टर अंशदीप ने यात्रा को लेकर विभिन्न विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. वहीं एसपी चुनाराम जाट ने सुरक्षा इंतजामों को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की.
दरगाह होगी खाली, बजेंगे स्वागत में शादियाने: बताया जा रहा है कि बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना जयपुर से सड़क मार्ग से अजमेर आएंगी. वहीं घूघरा में हेलीपैड को भी तैयार रखा जाएगा. यानी दोनों ही परिस्थितियों में उनकी सुरक्षा के इंतजाम सुरक्षा एजेंसियों को करने होंगे. यदि पीएम शेख हसीना का सड़क मार्ग से आती हैं, तो जयपुर से लेकर अजमेर तक सड़क पर जीरो ट्रैफिक रहेगा. यदि जयपुर से हेलीकॉप्टर से घूघरा हेलीपैड पर आती हैं, तो दरगाह तक जीरो ट्रैफिक रहेगा.
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वहीं मार्ग में पड़ने वाली सभी इमारतों की खिड़कियां बंद रहेगी. इसी प्रकार दरगाह आने से पहले दरगाह बाजार को भी सुरक्षा के लिहाज से बंद करवाया जाएगा. वही सड़क की ओर खुलने वाली तमाम होटल और गेस्ट हाउस की खिड़कियों और मार्ग को भी बंद रखा जाएगा. ड्रोन से क्षेत्र में स्थित इमारतों की छतों पर नजर रहेगी. वहीं विशेष सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर दरगाह को भी खाली करवाया जाएगा. दरगाह में स्वीकृति प्रदान लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि शेख हसीना अजमेर के सर्किट हाउस में भी रूकेंगी. यहां उनके भोजन की भी व्यवस्था होगी.
दरगाह में होगा पारंपरिक रूप से स्वागत: शेख हसीना का दरगाह में पारंपरिक रूप से स्वागत किया जाएगा. उनके लिए रेड कारपेट बिछाया जाएगा. वहीं उनके आगमन पर दरगाह में शादियाने और नगाड़े बजाए जाएंगे. बता दें कि दरगाह में आने वाले राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का स्वागत परंपरागत तरीके से ही होता है. इससे पहले भी शेख हसीना बतौर बांग्लादेशी प्रधानमंत्री तीन बार अजमेर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में आ चुकी हैं. पिछली बार दरगाह के बाहर उनका स्वागत राजस्थानी लोक परंपरा के अनुसार हुआ था. वहीं उनके दरगाह में प्रवेश करने पर शादियाने बजाए गए थे.