ग्लासगो : स्कॉटलैंड के एक चिकित्सक डॉ नादे हकीम ने प्रधानमंत्री को उनकी एक आवक्ष प्रतिमा भेंट की,जिसका बातचीत के दौरान औपचारिक रूप से अनावरण किया गया. पीएम मोदी ने भी उन्हें आवक्ष प्रतिमा पर लगाने के लिए अपना चश्मा दिया.
हकीम ने बातचीत के बाद कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी की आवक्ष प्रतिमा बनाई. उन्हाेंने कहा कि वे लोकप्रिय हैं. हर कोई उन्हें पसंद करता है. मैं उनकी विशेषताओं को सचमुच में पसंद करता हूं और मैंने इसे बनाने का फैसला किया तथा मुझे यह कहना है कि मैं उनकी प्रतिक्रिया से रोमांचित हूं.
हकीम ने कहा कि जब किसी व्यक्ति ने पूछा कि चश्मा कहां है, तब उन्होंने (पीएम मोदी ने) अपना चश्मा उतारा और उसे (आवक्ष प्रतिमा को) पहना दिया.
उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि भारत और अन्य स्थानों से हर कोई उनकी विशेषताओं को पसंद करेगा. उन्होंने कहा कि वह मोदी से प्रभावित हुए क्योंकि उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी ने) प्रत्येक प्रवासी भारतीय से बातचीत की और हर व्यक्ति को समय दिया तथा उन्हें जवाब देने का भी वक्त दिया. हकीम ने कहा कि प्रधानमंत्री से बात करते हुए मुझे ऐसा लगा कि जैसे मैं अपने भाई से बात कर रहा हूं.
इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मुलाकात के शीघ्र बाद ट्वीट में कहा कि हमारे लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए भारतीय समुदाय के सदस्य और भारतीय विषयों के विद्वान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए ग्लासगो में एकत्र हुए.
समुदाय के नेताओं के साथ उनकी बातचीत में ग्लासगो और एडिनबर्ग के प्रवासी भारतीय समुदाय के चिकित्साकर्मी, विद्वान और कारोबारी सहित करीब 45 प्रतिनिधियों के साथ उनकी एक बैठक भी शामिल है.
मोदी ने प्रिंस विलियम के अर्थशॉट पुरस्कार विजेता, दिल्ली की पुनर्चक्रण (रिसाइकलिंग) कंपनी टकाचार के संस्थापक विद्युत मोहन और पुरस्कार के अंतिम चरण में जगह बनाने वाली तमिलनाडु की 14 वर्षीय विनिशा उमाशंकर से भी मुलाकात की, जो सौर ऊर्जा चालित इस्त्री करने वाले उपकरण की आविष्कारक हैं.
मोदी से मिलने वाले प्रवासी भारतीयों में पाम गोसाई भी शामिल हैं, जिन्होंने कहा कि मैं स्कॉटिश संसद की प्रथम भारतीय सिख महिला सदस्य हूं. यहां प्रधानमंत्री से मिल कर अच्छा लगा. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री पूरी तरह से सही हैं जब वह एक विश्व, एक पहल की बात करते हैं और यही कारण है कि आज सभी नेता हम सभी को एकजुट करने के लिए एकत्र हो रहे हैं.
योग गुरु और स्कॉटिश इंडियन कल्चरल फेस्टिवल कमेटी की जातीय अल्पसंख्यक अध्यक्ष मंजूलिका सिंह ने कहा कि वह विश्व भर में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि वह एक शानदार नेता हैं, जिन्होंने सचमुच में भारत को शीर्ष पर पहुंचा दिया, जिसकी हम सभी सराहना करते हैं.
डॉ विपिन ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से मिल कर उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि, हम भारत में नहीं रह रहे हैं, लेकिन देश के लिए हमारी उम्मीदें, आकांक्षाएं और सपने हैं. मोदी में हम एक ऐसे नेता काे देखते हैं, जो हमें वहां ले जाएंगे. वह हम सबसे व्यक्तिगत रूप से मिले और यह एक शानदार अनुभव है.
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