नयी दिल्ली: आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर सांठगांठ के खिलाफ राष्ट्रव्यापी छापे मारने के एक दिन बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से तीन लोगों को गिरफ्तार किया. एजेंसी ने पंजाब और हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर कुल 324 ठिकानों में से 129 पर छापेमारी की है. भिवानी का एक आरोपी प्रवीण वाधवा जेल में लॉरेंस बिश्नोई सहित कुछ कुख्यात बदमाशों के साथ संपर्क में पाया गया था.
दूसरे आरोपी इरफान को एजेंसी ने न्यू सीलमपुर से गिरफ्तार किया, जो खूंखार गैंगस्टर्स के साथ भी काम कर रहा था. मोगा का तीसरा आरोपी जस्सा सिंह कनाडा स्थित सूचीबद्ध आतंकवादी अर्श ढल्ला के इशारे पर काम कर रहा था. एनआईए की जांच के अनुसार, प्रवीण उर्फ प्रिंस लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के सदस्य दीपक उर्फ टीनू और संपत नेहरा सहित अन्य सहयोगियों के नियमित संपर्क में था.
एनआईए ने कहा कि प्रवीण जेल के अंदर से उनके विशेष दूत के रूप में काम कर रहा था. इरफान उर्फ छेनू की गतिविधियों की जांच में गैंगस्टर कौशल चौधरी और उसके साथियों सुनील बालियान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया सहित अन्य लोगों की एक आतंकी साजिश में शामिल होने का खुलासा हुआ. जस्सा सिंह के मामले में एनआईए ने खालिस्तान आतंकी साजिश में उसकी भूमिका साबित की है.
एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि अर्श दल्ला के कहने पर उसने पिस्टल डिलिवर की थी. बुधवार की छापेमारी एनआईए द्वारा आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनके फंडिंग और सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर पर जारी कार्रवाई का हिस्सा थी, जिसमें एजेंसी अगस्त 2022 से तीन मामलों की जांच कर रही है.
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एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि कई अपराधी-गैंगस्टर पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए, जहां से वे भारत भर की विभिन्न जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर गंभीर अपराधों की योजना बनाने में लगे थे.