गुरुग्राम: हरियाणा के भिवानी में राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले 2 लोगों की मौत मामले में गुरुग्राम के मानेसर बजरंग दल मंडल के संयोजक मोहित उर्फ मोनू मानेसर का नाम सामने आ रहा है. इस मामले में नाम सामने आने के बाद मोनू मानेसर का कुछ पता नहीं है कि वो कहां है. हालांकि सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर मोनू मानेसर ने अपनी सफाई दी है.
मोनू मानेसर ने क्या कहा?: 'मैं मोनू मानेसर बंजरंग दल से. जो भी आरोप गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र से मेरे ऊपर लगाया जा रहा है, वो बिल्कुल निराधार है. बजरंग दल की कोई भी टीम वहां पर नहीं थी. वह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसका पता सोशल मीडिया से हमें लगा है. जो भी व्यक्ति हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, चाहे कोई भी हो उसमें कोई भी दोषी ना बख्शा जाए. मैं और मेरी टीम के कोई भी सदस्य उस घटना में शामिल नहीं हैं. लोगों से अपील है कि इस मामल में पूरी तरह से सहयोग करें, हम भी पुलिस के सहयोग के लिए तैयार हैं. लेकिन, इस मामले में जो भी नाम दिए गए हैं वो निराधार हैं. इस मामले में जांच करके दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.'
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गोपालगढ़ थाना क्षेत्र में जो घटना हुई मैं और मेरे साथी गुरुग्राम के एक निजी होटल में रुके 14 से 15 दोपहर तक हमारा इस घटना से कोई सम्भन्ध नहीं है @police_haryana @PoliceRajasthan pic.twitter.com/KL9sHYl2gp
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— Monu Manesar (@MonuManesar) February 17, 2023
कौन है मोनू मानेसर?: मोहित उर्फ मोनू मानेसर बजरंग दल में मानेसर मंडल का संयोजक है. मोनू गुरुग्राम के मानेसर का रहने वाला है. एक गौ रक्षक के तौर पर मोनू मानेसर इलाके में काफी एक्टिव है और पिछले लंबे समय से काम कर रहा है. इतना ही नहीं मोनू मानेसर का गौ रक्षक दल के बीच सबसे मजबूत नेटवर्क भी है. जिससे गौ तस्करों को पकड़वाने में मोनू मानेसर की अहम भूमिका रहती है. गौ तस्करों का पीछा करने से लेकर उन्हें पकड़वाने तक में कई बार मोनू मानेसर और उसके साथियों का नाम आता रहा है. मोनू मानेसर का सोशल मीडिया पेज भी इसकी गवाही देता है.
कब से सुर्खियों में है मोनू मानेसर?: मोनू मानेसर पर अब तक 15 से अधिक बार जानलेवा हमला भी हो चुके हैं. 2018 में गौ तस्करों का पीछा करते हुए मोनू मानेसर को गौ तस्करों ने गोली भी मार दी थी. उस वक्त मोनू की छाती में गोली लगी थी जिसके बाद कई दिन तक मोनू का अस्पताल में इलाज चला था. करीब 10 दिन पहले ही मोनू मानेसर को जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसका ऑडियो वायरल हुआ था. इस मामले में भी गुरुग्राम पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था. हालांकि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कई दफा मोनू मानेसर के खिलाफ जबरन गुंडागर्दी करने का भी आरोप लगाया है.
वहीं, भिवानी कांड में मोनू मानेसर का नाम सामने आने के बाद मोनू मानेसर ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है. वीडियो में मोनू मानेसर कहते हुए नजर आ रहा है कि घटना के वक्त वह होटल में मौजूद था. उसने कहा कि इस हादसे में उसका या उसकी टीम का कोई हाथ नहीं है.
सोशल मीडिया पर भी एक्टिव: मोनू मानेसर के सोशल मीडिया पेज पर गौ तस्करी और गौ सरंक्षण को लेकर कई पोस्ट की गई हैं. भिवानी में जली हुई बोलेरो गाड़ी में मिले दो नरकंकालों के मामले में भी मोनू मानेसर के अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि जुनैद और नासिर के शव बोलेरो में जहां मिले हैं वो या बजरंग दल का कोई कार्यकर्ता आसपास भी नहीं था. इसके बावजूद पुलिस उन्हें आरोपी बना रही है. ट्विटर हैंडल पर ही एक वीडियो जारी कर ये बात कही है साथ ही कुछ सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए हैं जिनके जरिये मोनू ने बताया कि इस घटना के वक्त वो अपने साथियों के साथ गुरुग्राम के एक निजी होटल में रुके थे. मोनू के मुताबिक इस मामले से हमारा कोई संबंध नहीं है.
क्या है पूरा मामला?: दरअसल राजस्थान के गोपालगढ़ थाना क्षेत्र से एक परिवार ने दो लोगों की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया था. जिनका आरोप था कि भरतपुर जिले के पीरुका गांव के जुनैद और नासिर का अपहरण हो गया है. और आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं, जिनका संबंध बजरंग दल से है. पीड़ित पक्ष ने कुछ आरोपियों के नाम भी बताए हैं जिनमें मोनू मानेसर का भी नाम शामिल है. पीड़ित परिवार के मुताबिक जुनैद और नासिर से पहले बुरी तरह मारपीट की गई और फिर उनका बोलेरो में अपहरण कर लिया गया.
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गुरुवार को हरियाणा पुलिस को भिवानी में एक जली हुई बोलेरो में दो नरकंकाल मिले थे. राजस्थान पुलिस के मुताबिक चेसीज नंबर से बोलेरो की पहचान हुई. हरियाणा पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिए हैं. राजस्थान पुलिस ने जली हुई बोलेरो को भी अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
वीएचपी का राजस्थान सरकार पर निशाना: इस पूरे मामले में विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने राजस्थान सरकार पर निशाना साधा है. सुरेंद्र जैन ने कहा कि जले हुए नर कंकाल मिलना दुखद है लेकिन ये हादसा है या हत्या, इसकी जांच चल रही है. लेकिन राजस्थान पुलिस जांच से पहले ही बजरंग दल के लोगों को जिम्मेदार मान रही है. सुरेंद्र जैन ने कहा कि राजस्थान के भरतपुर से जो दो गौ तस्कर लापता हुए हैं उनपर पहले से गौतस्करी के कई मामले हैं. एक गौ तस्कर के भाई के बयान को ही राजस्थान पुलिस सच मान रही है और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का नाम जबरन घसीटा जा रहा है. सुरेंद्र जैन ने कहा कि राजस्थान सरकार हमेशा से वोट बैंक की राजनीति करती रही है और इस मामले में यही हो रहा है. उन्होंने कहा कि जांच निष्पक्ष होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए लेकिन सिर्फ एक गौ तस्कर के भाई के बयान के आधार पर जांच पूरी किए बगैर किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता.