जोधपुर. कहते हैं कि यदि मन में सच्चा विश्वास और लक्ष्य को प्राप्त करने के दृढ़ संकल्प के साथ मेहनत की जाए तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है मध्यम वर्गीय परिवार के मोहित चौधरी ने. हाल में घोषित एसएससी सीजीएल 2022 के परीक्षा परिणाम में मोहित चौधरी ने पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है. ऐसा करके मोहित न केवल जोधपुर का बल्कि राजस्थान प्रदेश का नाम रोशन किया है.
खुद ही बने अपनी प्रेरणा : भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर नियुक्त प्रभु लाल जाट ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उसका लाडला पुत्र मोहित चौधरी 1 दिन पूरे देश में अपनी सफलता का परचम लहराएगा. मोहित चौधरी की सफलता की कहानी किसी भी युवा के लिए प्रेरणा स्त्रोत हो सकती है. मोहित चौधरी ने बताया कि 10वीं और 12वीं की पढ़ाई नसीराबाद आर्मी स्कूल से करने के बाद वह पुणे में मैकेनिकल से बीटेक करने का निर्णय लिया, लेकिन कॉलेज में जाते ही उसकी दिनचर्या ही बदल गई. दोस्तों के साथ जमकर मस्ती करना, क्लास बंक करना उसकी आदत बन गई और द्वितीय वर्ष में उसे पब्जी खेल की आदत लग गई.
ये आदत इतनी बुरी लगी कि वह दूसरे वर्ष में 2 सब्जेक्ट में पिछड़ गया, जबकि उसके सभी साथी उससे आगे निकल गए. मोहित चौधरी ने बताया कि वहीं से उसने अपने मन में कुछ करने का निश्चय किया. उसके बाद उसकी दिनचर्या ही बदल गई. पहले उसने सीडीएस की परीक्षा दी लेकिन साक्षात्कार में असफलता हाथ लगी. वहीं एसएससी सीजीएल के प्रथम प्रयास में असफल रहे. मोहित चौधरी ने बताया कि बार-बार असफलता मिलने के बावजूद भी उसने हार नहीं मानी और मन में दृढ़ संकल्प रखा कि उसे अपना लक्ष्य हासिल करना है. मोहित चौधरी ने बताया कि वह सुबह 5:30 बजे उठने के साथ ही अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर अध्ययन कार्य में जुट जाता और रात 10 बजे तक नियमित दिनचर्या के अनुसार अपना अध्ययन करता. मोहित चौधरी ने कहते हैं कि उसकी सफलता में उसके माता पिता और गुरुजनों का बहुत बड़ा योगदान है. अब वो आरएएस एवं आईएएस की तैयारी कर रहा है.
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मानसिक तनाव से दूर रहने के लिए अपनाएं तीन मंत्र : मोहित चौधरी ने बताया कि उसे कई बार मानसिक तनाव से गुजरना पड़ा, लेकिन मानसिक तनाव से उबरने के लिए प्रतिदिन मेडिटेशन करता हूं. ज्यों ही उसे थोड़ा तनाव लगता दौड़ लगाना शुरु कर देता और अपने घरवालों से बातचीत करता. जिससे उसका मानसिक तनाव काफी कम हो जाता. उसके बाद फिर वो अपने लक्ष्य को पूरा करने में जुट जाता था.
सफलता के लिए प्रिय चीजों का त्याग करना जरूरी : मोहित चौधरी ने कहना है कि यदि किसी व्यक्ति को अपने जीवन में सफल होना है तो उसे सबसे पहले अपनी प्रिय वस्तुओं का त्याग करना पड़ेगा. उसने बताया कि वह पिछले 1 साल से अपने गांव नहीं गया. परिवारिक शादी समारोह, दोस्तों की शादी विवाह या अन्य कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुआ. सोशल मीडिया से लगातार दूरी बनाए रखी. उसने कहा कि जब तक व्यक्ति फोन व सोशल मीडिया से दूर नहीं होगा तब तक वो अपने जीवन में लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता.