अजमेर. राजस्थान में गहलोत सरकार की ओर से महिलाओं को दिए जा रहे फ्री स्मार्ट फोन में आग लगने का मामला सामने आया है. यह मामला अजमेर शहर के कोटड़ा के वाल्मीकि कॉलोनी का है. महिला लाभार्थी अनुदेवी ने कहा कि फोन में आग लगने के कारण अलमारी में रखी नकदी, कपड़े और जरूरी दस्तावेज जल गए. महिला ने फोन की गुणवत्ता पर सवाल उठाया है.
24 दिन पहले मिला था मोबाइलः अजमेर शहर के कोटड़ा में वाल्मीकि कॉलोनी निवासी अनुदेवी ने बताया कि 24 दिन पहले ही राजस्थान सरकार की इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के तहत मोबाइल मिला था. अनुदेवी ने बताया कि वह सुबह घर से जरूरी काम से बाहर गई थी. इस दौरान घर में उसका 15 वर्षीय बेटा अनुराग था. बेटे अनुराग ने फोन करके बताया कि घर में रखी अलमारी से धुआं निकल रहा है.
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इस पर घबराकर जल्दबाजी में घर पहुंची तो देखा कि अलमारी से धुआं बाहर आ रहा है. अलमारी को खोलकर देखा तो ऐसा लग रहा था कि स्मार्टफोन में ब्लास्ट हुआ है. अनुदेवी का दावा है कि मोबाइल में ब्लास्ट की वजह से आग लगी थी, जिसमें मोबाइल के साथ चार्जर, अलमारी में रखे कपड़े, 21 हजार रुपए नकद व आवश्यक दस्तावेज जल गए. उन्होंने बताया कि स्मार्टफोन में आग लगने की वजह से काफी नुकसान हुआ है. गनीमत रही कि स्मार्टफोन किसी के हाथ में नहीं था, वरना बड़ा हादसा भी हो सकता था. लाभार्थी अनु देवी ने बताया कि 22 अगस्त को जवाहर रंग मंच पर आयोजित मोबाइल वितरण कार्यक्रम में उसे फोन मिला था.
हमारे साथ जो हुआ किसी के साथ नहीं होः लाभार्थी अनु देवी के पति गोविंद यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से दिए गए मोबाइल की क्वालिटी अच्छी नहीं है. इस कारण हादसा हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लग रहा है कि महिलाओं को मोबाइल वितरण करना केवल राजनीति है. राजनीति चमकाने के लिए मोबाइल बांटे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे साथ जो हुआ, ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए. उन्होंने राज्य सरकार से नुकसान की भरपाई करने की मांग की है. साथ ही यह भी कहा कि किसी भी अधिकारी ने आकर सुध नहीं ली है.