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महात्मा गांधी के पड़पोते सतीश धुपेलिया का कोरोना वायरस संक्रमण से निधन - उपचार के लिए वह एक माह अस्पताल में थे

सतीश धुपेलिया सभी समुदायों में जरूरतमंदों की सहायता के लिए प्रसिद्ध थे और कई सामाजिक कल्याण संगठनों में सक्रिय थे. धुपेलिया ने अपना ज्यादातर जीवन मीडिया में खासकर वीडियोग्राफर एवं फोटोग्राफर के रूप में बिताया. वह गांधी डेवलपमेंट ट्रस्ट के लिए भी सक्रियता से काम कर रहे थे.

Satish Dhupelia
सतीश धुपेलिया का निधन
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Published : Nov 23, 2020, 6:47 AM IST

Updated : Nov 23, 2020, 3:09 PM IST

जोहानिसबर्ग : महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका मूल के पड़पोते सतीश धुपेलिया का कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी जटिलताओं के चलते रविवार को यहां निधन हो गया. वह 66 वर्ष के थे और तीन दिन पहले ही उनका जन्मदिन था. उनके परिवार के सदस्य ने यह जानकारी दी.

धुपेलिया की बहन उमा धुपेलिया-मेस्थरी ने इस बात की पुष्टि की, कि उनके भाई की कोविड-19 संबंधित जटिलताओं से मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि, उनके भाई को निमोनिया हो गया था और उसके उपचार के लिए वह एक माह अस्पताल में थे और वहीं वह संक्रमण की चपेट में आ गए.

'अस्पताल में उपचार के दौरान कोविड-19 की चपेट में आये'
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि, निमोनिया से एक माह पीड़ित रहने के बाद मेरे प्यारे भाई का निधन हो गया. अस्पताल में उपचार के दौरान वह कोविड-19 की चपेट में आ गए थे.

पढ़ें: शाह की चेन्नई यात्रा : न रजनी मिले, न अलागिरी

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि, आज शाम उन्हें दिल का दौरा पड़ा. उनके परिवार में दो बहने उमा और कीर्ति मेनन हैं, जो यहीं रहती हैं.

ये तीनों भाई-बहन मणिलाल गांधी के वारिस हैं, जिन्हें महात्मा गांधी अपने कार्यों को पूरा करने के लिए दक्षिण अफ्रीका में ही छोड़ कर भारत लौट आए थे.

जोहानिसबर्ग : महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका मूल के पड़पोते सतीश धुपेलिया का कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी जटिलताओं के चलते रविवार को यहां निधन हो गया. वह 66 वर्ष के थे और तीन दिन पहले ही उनका जन्मदिन था. उनके परिवार के सदस्य ने यह जानकारी दी.

धुपेलिया की बहन उमा धुपेलिया-मेस्थरी ने इस बात की पुष्टि की, कि उनके भाई की कोविड-19 संबंधित जटिलताओं से मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि, उनके भाई को निमोनिया हो गया था और उसके उपचार के लिए वह एक माह अस्पताल में थे और वहीं वह संक्रमण की चपेट में आ गए.

'अस्पताल में उपचार के दौरान कोविड-19 की चपेट में आये'
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि, निमोनिया से एक माह पीड़ित रहने के बाद मेरे प्यारे भाई का निधन हो गया. अस्पताल में उपचार के दौरान वह कोविड-19 की चपेट में आ गए थे.

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सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि, आज शाम उन्हें दिल का दौरा पड़ा. उनके परिवार में दो बहने उमा और कीर्ति मेनन हैं, जो यहीं रहती हैं.

ये तीनों भाई-बहन मणिलाल गांधी के वारिस हैं, जिन्हें महात्मा गांधी अपने कार्यों को पूरा करने के लिए दक्षिण अफ्रीका में ही छोड़ कर भारत लौट आए थे.

Last Updated : Nov 23, 2020, 3:09 PM IST
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