जोधपुर. गुलाब जामुन पूरे भारत की प्रसिद्ध मिठाई (Jodhpur royal Gulab Jamun curry) है, लेकिन जोधपुर में गुलाब जामुन की सब्जी बनती है और वो भी तड़के के साथ. शायद आपको यकीन न हो, लेकिन यहां ये सामान्य बात है. साथ ही जोधपुर आने वाले लोग इस सब्जी को खाना बेहद पसंद करते हैं. दरअसल, इस गुलाब जामुन को मावे से भी फीका बनाया जाता है, जो केवल सब्जी बनाने के काम आता है. ये सब्जी जोधपुरी की शाही सब्जी की श्रेणी में आती है. जिसकी करी काफी रिच होती है. शहर में होने वाली ज्यादातर शादियों में गुलाब जामुन की सब्जी आवश्यक रूप से नजर आती है और इसे बनाने में देशी घी का इस्तेमाल किया जाता है. साथ इसमें ड्राई फ्रूट्स का उपयोग अधिक होता है. वहीं, जोधपुर में गुलाब जामुन की सब्जी का चलन बरसों पुराना है. भीतरी शहर में जिस तरह से नमकीन कचोरी के बाद मावे की कचोरी बनाई गई, उसी तरह से बातों बातों में खाने के शौकीन लोगों ने गुलाब जामुन की सब्जी इजाद कर दी.
सब्जी के गुलाब जामुन: जोधपुर में सब्जी के लिए गुलाब जामुन मिठाइयों की दुकान की बजाय ज्यादातर दूध-दही की दुकान पर मिलते हैं. ये करीब करीब तीन सौ से साढ़े तीन सौ रुपए प्रति किलो की दर से बिकते हैं. फीके गुलाब जामुन में किसी तरह का स्वाद नहीं होता है. लेकिन अगर इसे चाशनी में डाल (Shahi Gulab Jamun curry) दिया जाए तो मिठाई बन सकती है. वहीं, इसे घर पर लाकर फ्रिज में आसनी से पांच से सात दिनों तक रखा जा सकता है. गौरू स्वीट होम के संचालक कपिल भाटी ने बताया कि घर में ही शाही सब्जी खाने का शौक रखने वाले लोग फीके गुलाब जामुन का बहुतायत उपयोग करते हैं.
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जानें क्या है रेसीपी: फीके गुलाब जामुन को लेकर पहले दूध में उबाला जाता है. जिससे कि वो नरम हो जाए. इसके बाद दही में मसाला तैयार किया जाता है. जिसमें स्वादनुसार नमक, मिर्च, धनिया, हल्दी, गरम मसाला के अलावा सबसे जरूरी एक चम्मच नारियल का बुरा डाल जाता है. दही में अच्छी तरह से फेंटने के बाद (Delicious Gulab Jamun curry) कुछ देर इसे रख दिया जाता है. इस दौरान टमाटर की प्यूरी तैयार कर ली जाती है. जिसमें काजू मगज भी शामिल होते हैं. दस मिनट के बाद देशी घी में जीरे का तड़का लगाकर मसाला तला जाता है. जिसमें काजू की टुकड़ी डाले जाते हैं, लेकिन काजू को ब्राउन नहीं किया जाता है.
वहीं, इतना होने के उपरांत हल्की आंच पर जब मसाला घी छोड़ देता है तो उसमें फीका मावा डालते है. साथ ही आधी कटोरी फ्रेश क्रीम या ताजा मलाई का प्रयोग किया जाता है. ग्रेवी के पकने के दौरान आधा चम्मच शक्कर मिलाई जाती है. फिर दूध में उबले गुलाब जामुन को ग्रेवी में डालकर हल्की आंच पर चलाते हैं. जिससे वो पूरी तरह से ग्रेवी में भीग जाए. ग्रेवी के गाढ़ी होने पर जिस दूध में गुलाब जामुन उबाले थे, उसे मिक्स कर दिया जाता है और फिर 10 मिनट के बाद सब्जी तैयार होने पर गार्निश के लिए उसमें काजू और धनिया डालते हैं.