न्यूयॉर्क : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात की और युद्ध से जर्जर अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा की. जयशंकर ने ट्वीट किया, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात कर खुशी हुई. यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक पर चर्चा के बाद हमारी वार्ता अफगानिस्तान पर केंद्रित रही.
भारत अगस्त माह के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है. इसी के मद्देनजर जयशंकर सुरक्षा परिषद के इस सप्ताह दो उच्च स्तरीय अहम कार्यक्रमों की अध्यक्षता के लिए सोमवार को न्यूयॉर्क पहुंचे.
इससे पहले दिन में, जयशंकर ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष जीन यवेस ले ड्रियन (Jean Yves Le Drian) के साथ बातचीत की और अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की.
तालिबान ने रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया और खुद को काबुल में राष्ट्रपति भवन में स्थापित कर लिया.
रविवार को काबुल शहर में तालिबानी लड़ाकों के घुसते ही राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए. इसके बाद काबुल में दहशत फैल गई. लोगों को तालिबान के क्रूर शासन में वापसी का डर सता रहा है.
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विदेश मंत्री जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने काबुल पर तालिबान का फिर से कब्जा होने के बाद अफगानिस्तान में हालात को लेकर सोमवार को फोन पर बातचीत की और इस दौरान जयशंकर ने काबुल हवाईअड्डे से व्यावसायिहक उड़ानें फिर से शुरू किए जाने की अत्यधिक आवश्यकता पर बल दिया.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि जयशंकर और ब्लिंकन ने अफगानिस्तान संबंधी हालात पर चर्चा की.
(एजेंसी)