श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने जा रहे हैं. इस बारे में आजाद के एक करीबी ने ईटीवी भारत को बताया कि आजाद बीजेपी या किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होंगे बल्कि अपनी नई पार्टी की नींव रखेंगे. जम्मू-कश्मीर के पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व विधायक जीएम सरूरी ने कहा उनके अलावा पूर्व विधायक हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद अमीन भट, गुलजार अहमद वानी और चौधरी मोहम्मद अकरम ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
बता दें कि आजाद इस्तीफे के बाद पूर्व विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री जुगल किशोर शर्मा ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देने की घोषणा की है. वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद काफी लंबे समय से नाराज चल रहे थे. आजाद ने इस संबंध में सोनिया गांधी को पांच पन्नों की चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें राहुल गांधी पर हमला बोला गया है. उन्होंने इस पत्र में राहुल पर बचकाने व्यवहार का आरोप लगाया और कांग्रेस की 'खस्ता हालात' और में 2014 लोकसभा चुनाव में हार के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया है.
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गुलाम नबी आजाद साहब ने जो फैसला लिया है और उनके समर्थन में हम 5 विधायकों ने इस्तीफा दिया है: जम्मू-कश्मीर के PCC अध्यक्ष जी. एम. सरूरी https://t.co/EpeMKJHCYv pic.twitter.com/DUUi50nJea
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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सोनिया गांधी को लिखी गई 5 पेज की चिट्ठी में गुलाम नबी आजाद ने लिखा है, जनवरी 2013 में राहुल गांधी को आपके द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष बनाया गया, उसके बाद पार्टी में मौजूद सलाह-मशविरे के सिस्टम को उन्होंने खत्म कर दिया. सभी वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को साइडलाइन कर दिया गया और बिना अनुभव वाले चाटुकारों की मंडली पार्टी को चलाने लगी. पार्टी में बदलाव की मांग करने वाले जी-23 समूह में शामिल आजाद ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को संचालित कर रहे कुछ लोगों द्वारा नियंत्रित कांग्रेस ने भारत के लिए हितकारी मुद्दों की खातिर लड़ने की इच्छाशक्ति और क्षमता खो दी है. उन्होंने पत्र में कहा कि पार्टी नेतृत्व को ‘भारत जोड़ो यात्रा' से पहले ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा' निकालनी चाहिए थी.
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