अजमेर. जिले की मार्बल सिटी किशनगढ़ के जयपुर रोड हाईवे बांदरसिंदरी स्थित राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय की मेस में गुरुवार रात खाने में मरी हुई छिपकली मिलने से हंगामा हो गया. सीयूआर के विद्यार्थियों के खाने में मरी हुई छिपकली निकलने के बाद हड़कंप मच गया. केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन की लचर व्यवस्था को लेकर छात्रों ने विरोध जताया. छात्रों ने सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो डालकर कुलपति को लेकर पोस्ट भी किया है. सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मेस में खाने में कीड़े निकलने की घटनाएं पहले भी घट चुकी हैं. हालांकि, ईटीवी भारत वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
मेस में हुई घटना पर सीयूआर के छात्रों ने विरोध जताया. बताया जा रहा है कि कुछ छात्र तो मेस के बाहर उल्टियां करते नजर आए. विद्यार्थियों ने इस दौरान खाने का बहिष्कार भी कर दिया. सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मेस में लगातार हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर विद्यार्थियों में रोष व्याप्त है. सीयूआर के विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया पर खाने में मरी हुई छिपकली का एक वीडियो वायरल कर सीयूआर प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.
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विद्यार्थियों की ओर से सोशल मीडिया पर खाने में मरी हुई छिपकली मिलने की घटना का वीडियो वायरल करने के साथ पूरी घटना का जिम्मेदार सीयूआर के कुलपति को बताया गया है. छात्रों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल कर लिखा है कि 'याद रखना कुलपति जी बच्चे कभी आपको इस गुनाह के लिए माफ नहीं करेंगे, क्यूंकि इस मेस के संचालन के पीछे आप ही तो हैं'. इस मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति का बयान सामने आया है.
जानकारी के अनुसार राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय की मेस में विद्यार्थी भोजन कर रहे थे, तभी एक विद्यार्थी के खाने में सब्जी में मरी हुई छिपकली निकली. खाने में मरी हुई छिपकली निकलने की घटना पूरे कैंपस में फैल गई और छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान अन्य विद्यार्थी भी मेस पहुंचे और विरोध जताने लगे. सभी छात्रों ने मेस के खाने का बहिष्कार भी कर दिया. खाने में छिपकली मिलने की घटना सीयूआर प्रशासन को भी बताया गया. विद्यार्थियों का कहना है कि इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी में इस तरह का खाना परोसा जा रहा है. विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
कुलपति आनंद भालेराव का बयान : इस मामले को हमने गंभीरता से लिया है और प्रशासन द्वारा इसकी जांच की जा रही है. हालांकि, विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, मेस में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. इसके बावजूद, यदि किसी प्रकार की कमी सामने आती है या किसी प्रकार की लापरवाही हुई है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना दोबारा ना हो.