संतकबीरनगर : जिले में सोमवार को अनोखा मामला सामने आया. तेज धमाके के साथ प्लेन के दो फ्यूल टैंक धान के खेत में गिर गए. इस दौरान खेतों में काम कर रहे किसानों में भगदड़ मच गई. किसान काफी देर तक दोनों फ्यूल टैंक को मिसाइल समझते रहे. जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने एहतियातन एरिया को सील कर दिया है. इंडियन एयर फोर्स को भी मामले की जानकारी दे दी गई है.
खेतों में काम कर रहे थे किसान : मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के झीनखाल गांव का है. सोमवार की दोपहर धान के खेतों में किसान काम कर रहे थे. इस दौरान तेज धमाके के साथ प्लेन के दो फ्यूल टैंक खेत में गिर गए. इससे ग्रामीणों में भगदड़ मच गई. ग्रामीण आधे घंटे तक फ्यूल टैंक को मिसाइल समझते रहे. इससे वे दूर से ही उसे देखते रहे. कोई पास जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था. ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी. एसपी सत्यजीत गुप्ता टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. इसके बाद फ्यूल टैंक को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी. इस पर पुलिस ने एहतियातन फ्यूल टैंक गिरने वाली जगह को सील कर दिया. पुलिस ने इंडियन एयर फोर्स को मामले की जानकारी दी. एसपी ने बताया कि एयरफोर्स की टीम पहुंचने वाली है. मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
किसान बोले- शुक्र है सिर पर नहीं गिरा : झीनखाल के ग्रामीणों ने बताया कि 'इस समय धान के खेत में निराई का काम चल रहा है. रोजाना की तरह सोमवार को भी वे खेत पर गए थे. दोपहर में अचानक तेज धमाका हुआ, इससे हम सभी चौंक गए. कयास लगा ही रहे थे कि क्या हुआ होगा, तभी पास के खेत पर नजर गई. दो मिसाइल नुमा चीजें खेत में गिरी थीं. हम इसे मिसाइल ही समझ रहे थे. हमें लगा कि थोड़ी देर में इसमें विस्फोट हो सकता है. इसलिए हम सब दूर जाकर खड़े हो गए. इसके अलावा अन्य लोगों को भी आगाह करते रहे कि पास मत जाना. इस बीच पुलिस को जानकारी दी गई. पुलिस ने बताया यह प्लेन का फ्यूल टैंक जैसा लग रहा है, तब गांव लोगों के सुकून मिला. शुक्र था कि यह टैंक हम लोगों के सिर पर नहीं गिरा, नहीं तो बचना मुश्किल हो जाता
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फ्यूल टैंक फाइटर प्लेन का होने की आशंका : फ्यूल टैंक किसी फाइटर प्लेन के होने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि अभी ज्यादा कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है. एसपी ने बताया कि देखने पर ये फ्यूल टैंक जैसे ही लग रहे हैं. असल में ये क्या हैं, इसकी जानकारी जांच के बाद ही मिल पाएगी. वही टैंक को देखने के लिए आसापास के गांवों के लोग भी जुटने लगे हैं, हालांकि पुलिस उन्हें पास नहीं जाने दे रही है.
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