दौसा. राजस्थान में दुष्कर्म की घटनाएं थम नहीं रही हैं. ताजा मामला दौसा से सामने आया है, जहां एक पुलिसकर्मी ने महिला को अपनी हवस का शिकार बनाया. बताया गया कि आरोपी पुलिस कांस्टेबल दौसा के सिकंदरा थाना में तैनात था, लेकिन उसे गीजगढ़ पुलिस चौकी पर पदस्थापित किया गया था. उसने बीते 15 अगस्त की रात को एक 30 साल की विवाहिता से दुष्कर्म किया. हालांकि, घटना के दौरान पीड़िता के शोर मचाने पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और आरोपी सिपाही को रंगे हाथों पकड़ लिया. इसके बाद लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई की. वहीं, अब पुलिसकर्मी की पिटाई का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बांदीकुई सीओ ईश्वर सिंह ने बताया कि कांस्टेबल महेश कुमार गुर्जर 15 अगस्त की रात पीड़ित महिला के घर गया था. उस पर दुष्कर्म का आरोप लगा है. उन्होंने बताया कि पीड़िता के शोर मचाने पर आसपास के लोग एकत्रित हो गए और कांस्टेबल को पकड़ लिया. इसी बीच पीड़ित महिला के परिजन भी घर वापस लौट आए, इस दौरान लोगों ने कांस्टेबल की पिटाई की.
चिल्लाने पर गोली मारने की दी धमकी - आरोपी पुलिसकर्मी की शिनाख्त महेश गुर्जर के रूप में हुई है, जो सोडाला बासड़ा का निवासी है. वहीं, पीड़िता ने सिकंदरा थाने में तैनात महेश गुर्जर के खिलाफ बसवा थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है. जिसमें बताया गया कि 15 अगस्त की रात को पीड़िता की सास और पति एक बर्थडे पार्टी में गए थे. वो घर पर अकेली सो रही थी, तभी देर रात करीब 1:30 बजे आरोपी अचानक घर में घुस आया. हालांकि, आंख खुलते ही वो चिल्लाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने उसका मुंह बंद कर दिया और धमकी दी कि अगर को शोर मचाएगी तो वो उसे गोली मार देगा. आरोपी मूलतः सोडाला बासड़ा गांव का रहने वाला है और पीड़िता का पीहर भी उसी के गांव के पास है.
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ऐसे ग्रामीणों ने आरोपी को दबोचा : वारदात के दौरान महिला की रोने की सिसकियां सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मी को रंगे हाथों पकड़ लिया और उसे चारपाई पर बांध दिया. इसके बाद लोगों ने उसकी जमकर धुनाई की. वहीं, कुछ देर बाद पीड़िता की सास और पति भी घर लौट आए. इसके बाद लोगों ने उक्त घटना की सूचना पुलिस को दी और आरोपी पुलिसकर्मी को पुलिस के हवाले कर दिया. इधर, 16 अगस्त को इस मामले में पीड़िता ने आरोपी पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद 17 अगस्त को बसवा थाने में धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. लेकिन इन सबके बीच सबसे अहम सवाल यह है कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर सुरक्षा की उम्मीद किससे की जाए?
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप - पीड़िता के रोने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दुष्कर्म के आरोपी कांस्टेबल महेश गुर्जर को पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई कर दी. इसके बाद बसवा (बांदीकुई) पुलिस को बुलाकर उसे पुलिस के हवाले कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि पहले पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई और फिर उसे छोड़ दिया.
आरोपी और बांदीकुई थानाधिकारी निलंबित - इस पूरे मामले में दौसा एसपी वंदिता राणा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला से दुष्कर्म के आरोपी कांस्टेबल महेश गुर्जर को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही इस मामले को लेकर लापरवाही बरतने और उच्चाधिकारियों को समय पर मामले से अवगत नहीं करवाने के चलते बसवा थानाधिकारी रामनिवास गुर्जर को भी निलंबित किया गया है. उनका कहना है कि महिला अत्याचार को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.