जयपुर. राजस्थान में उत्तरप्रदेश की विधायक और जयपुर कांग्रेस की पर्यवेक्षक बनाई गई आराधना मिश्रा के वायरल वीडियो से पूरे देश मे विवाद खड़ा हो गया है. इस वीडियो में आराधना मिश्रा जब कांग्रेस के पक्ष में नारेबाजी करने की बात कही, उस समय भारत माता की जय के नारे लग रहे थे. जो आराधना मिश्रा के बोलने के बाद बंद हो गयी. आज मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए आराधना मिश्रा ने इस बात से इनकार कर दिया कि उन्होंने भारत माता की जय के नारे लगाने बंद करवाए. उन्होंने कहा कि मैंने केवल जो व्यक्तिगत नारे वहां लग रहे थे उन्हें रोका.
आराधना मिश्रा ने कहा कि अफसोस इस बात की है कि सार्थक मीटिंग चल रही थी, हमारे जो अच्छे कैंडिडेट थे उनसे बातचीत हुई. हर किसी ने अपनी अपनी बातें रखी और स्वाभाविक है कि जब कैंडिडेट आवेदन करते हैं तो उनके समर्थक अपने नेता के पक्ष में नारेबाजी करते हैं. ऐसा ही कुछ वहां भी हो रहा था और समर्थक आपस में अपने अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे. जिसको मीटिंग खत्म होने के बाद मैंने रोका. उनसे मैने कहा कि किसी के व्यक्तिगत नारे नहीं लगेंगे, सिर्फ व सिर्फ पार्टी के नारे लगेंगे.
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कांग्रेस की पर्यवेक्षक आराधना मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि इस तरह की बात को तोड़ मरोड़ करके मनगढ़ंत तरीके से चलाया गया, लेकिन इससे कोई फर्क पड़ने वाली बात नहीं है. यह पूरी तरह से असत्य है और व्यक्तिगत नारों की जगह पार्टी के नारे लगाने की बात मैंने कहीं थी. आज भी मैं अपनी उस बात पर स्टैंड करती हूं. उन्होंने वायरल वीडियो को लेकर कहा कि जिस वीडियो की बात हो रही है वहां जो स्पष्ट बात थी कि आपस में लोग व्यक्तिगत नारे लगा रहे थे, उसे रोका गया. उन्हें कहा गया कि सिर्फ और सिर्फ पार्टी के नारे लगाएं. तो वहीं मधुसूदन मिस्त्री को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से लिखे गए पत्र पर भी उन्होंने अपना स्पष्टीकरण दिया है. उस पत्र में किसी ने आरोप लगाया कि हवा महल के पार्टी प्रत्याशी मोना तिवारी के पक्ष में प्रचार करने की बात कही थी.
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