कोटा. राजस्थान के कोटा जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगे खाद के कट्टों की बिक्री पर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है राज्य निर्वाचन आयोग को इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए. इस पर प्रधानमंत्री की अपील और उनका नाम भी लिखा हुआ है, जो चुनाव को प्रभावित भी कर सकता है. दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी के नेता का कहना है कि यह कट्टे पुराने थे. नई पैकिंग पर इस तरह की फोटो नहीं है. खाद किसानों के लिए जरूरी है, इसलिए इन्हें बाजार में बेचा जा रहा है. इस पूरे मामले पर कोटा के एडीएम प्रशासन राजकुमार सिंह का कहना है कि खाद के कट्टों पर पीएम के फोटो होने की सूचना मिली है. टीम को भेज कर पूरे मामले की जांच करवा रहे हैं.
पीएम आचार संहिता के उल्लंघन के आदी : कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता का आरोप है कि किसानों को बेचे जा रहे खाद के कट्टों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो होना आपत्तिजनक है. यह भारत निर्वाचन आयोग के चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन है. चुनाव आयोग को तत्काल इसपर संज्ञान लेकर रोक लगानी चाहिए. हम भी इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग को करेंगे. मेहता ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी, केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीनों ही चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के आदी हैं.
सब्सिडी देने की बात और पीएम की अपील : पंकज मेहता का कहना है कि इन कट्टों पर केंद्र सरकार की तरफ से जारी की गई सब्सिडी की जानकारी भी दी गई है. साथ ही यह भी लिखा गया है कि किसानों को काफी सस्ता कट्टा दिया जा रहा है, जबकि पहले से सरकारें इस तरह की सब्सिडी देती आई हैं. इन कट्टों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील भी है. ऐसे में किसानों को भ्रमित किया जा रहा है, जो कानूनी रूप से आचार संहिता का उल्लंघन है.
पुराने कट्टे पर थे फोटो, नए पर नहीं : इस पूरे मामले पर भारतीय जनता पार्टी के कोटा शहर जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी रामबाबू का कहना है कि इस सीजन में किसानों के लिए खाद काफी महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए ही पीएम जन उर्वरक परियोजना शुरू की थी. इससे किसान उर्वरक को लेकर किसी तरह के भ्रम में नहीं रहें. ये पुराने कट्टे थे, इसलिए इनपर पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो है. जो नए कट्टे आ रहे हैं, उन पर फोटो नहीं हैं. पुराने कट्टों को भी किसानों को बेचना दुकानदारों के लिए जरूरी है और किसानों के लिए भी खाद जरूरी है.
बता दें कि बीते साल केंद्र सरकार की योजना के अनुसार प्रधानमंत्री जन उर्वरक परियोजना शुरू की गई थी, जिसके तहत एक जैसी पैकिंग में सभी कंपनियों का खाद उपलब्ध करवाया जा रहा है. इसमें यूरिया का पीला, डीएपी का हरा और एनपीके का नीले रंग का कट्टा है. इन कट्टों पर अलग-अलग कंपनियों के नाम हैं, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो भी है. इसको लेकर कांग्रेस ने आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है.