जयपुर. राजस्थान के डीडवाना-कुचामन जिले के रसाल गांव में रविवार को हरिराम बाबा बगीची के संत मोहनदास महाराज की हत्या का पता सोमवार को चला. इस घटना के बाद प्रदेश में सियासत गरमा गई है. बीजेपी ने गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला है. बीजेपी ने कहा कांग्रेस राज में न साधु सुरक्षित, न नारी, न बच्चे, सिर्फ अपराधी सुरक्षित हैं. पिछले साढ़े चार वर्षों में संत समाज पर लगातार हमले कांग्रेस सरकार की निकृष्ट नीति का परिणाम है. साधु-संतों की हत्या का ये पाप गहलोत सरकार के सिर पर है.
कांग्रेस राज में सिर्फ अपराधी सुरक्षित : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस के जंगलराज में ऐसी वारदातें आमजन में असुरक्षा की भावना जागृत कर रही है. लोगों का शासन और कानून व्यवस्था से विश्वास उठ चुका है. कांग्रेस राज में न साधु सुरक्षित, न नारी, न बच्चे, सिर्फ अपराधी सुरक्षित हैं. जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार खोखले दावे करते हैं, परंतु अपराध नियंत्रण पर वास्तविक कार्य नहीं करते.
पढ़ें : हरिराम बाबा बगीची के महाराज मोहनदास की हत्या, मामले की जांच में जुटी कुचामन पुलिस
पढ़ें : कुचामन में संत की नृशंस हत्याः जानिए राजस्थान में कब-कब गरमाया संतों-पुजारियों की मौत का मुद्दा
पढ़ें. राजस्थान : पुजारी को जिंदा जलाकर हत्या के बाद बवाल, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
साधु-संतों की हत्या का पाप गहलोत सरकार पर : पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि साधु-संतों की हत्या का ये पाप गहलोत सरकार के सिर पर है. राजे ने प्रशासन से आग्रह करते हुए कहा कि संत मोहनदास महाराज की हत्या के मामले में त्वरित कार्रवाई कर दोषियों को गिरफ्तार करे और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. प्रदेश में संत समाज पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जा सकते.
साधु संतों पर अत्याचार की पराकाष्ठा : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस के जंगलराज में साधु संतों पर अत्याचार की पराकाष्ठा हो गई है. कुचामन में संत मोहनदास की चाकू मार कर हत्या किए जाने की घटना बेहद निंदनीय है. यह घटना पुलिस प्रशासन की लचर कानून व्यवस्था की कहानी स्वयं ही बयां कर रही है. यह प्रमाण है कि कांग्रेस सरकार में साधु-संत सुरक्षित नहीं है. मेरी मांग है कि इस मामले में सरकार दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करें.
केंद्रीय मंत्री ने भी जताया दुख : केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी ट्वीट कर घटना को लेकर दुख जताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जंगलराज में साधु-संत अपराधियों के लगातार निशाने पर हैं. उन्होंने कहा कि संत मोहन दास की आत्मा को शांति मिले, लेकिन न्याय तभी मिलेगा, जब उनके हत्यारे पकड़े जाएंगे. शेखावत ने संत समाज को सुरक्षा देने की मांग की है.
ये था पूरा मामला : बता दें कि नवगठित डीडवाना-कुचामन जिले में रविवार रात को हरिराम बाबा बगीची के संत मोहनदास महाराज (70) की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. सोमवार सुबह जब कुछ लोग आश्रम पहुंचे तो संत की बॉडी फर्श पर पड़ी थी. उनके हाथ और पैर रस्सी से बंधे थे. संत महाराज मोहन दास 14 साल से यहां सेवा कर रहे थे.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं :
- करौली के सपोटरा में 7 अक्टूबर 2020 को मंदिर पुजारी बाबूलाल वैष्णव को दंबगों ने जिंदा जलाने की घटना को अंजाम दिया था.
- राजसमंद जिले के देवगढ़ कस्बे में 20 नवंबर 2022 को पेट्रोल बम फेंककर पुजारी दंपती को जिंदा जलाया गया था.
- भरतपुर जिले के पसोपा गांव में प्रशासन से परेशान होकर संत विजय दास ने 20 जुलाई 2022 को आत्मदाह कर ली थी.