नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ऐसे करीब 74 हजार पोलिंग बूथों की पहचान की है जहां बीजेपी कमजोर है. इन बूथों पर पार्टी को मजबूत करने के लिए बीजेपी ने एक कमेटी का गठन किया है जिसका नाम राष्ट्रीय टास्क फोर्स रखा गया है. इसके साथ ही पार्टी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections 2024) की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
बता दें कि मार्च में भारतीय जनता पार्टी की संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के सभी सांसदों को यह निर्देश दिया था कि वह अपने लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में ऐसे बूथ को चिन्हित करें जहां भाजपा कमजोर पड़ रही है या 2019 के लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. इसी क्रम में प्रधानमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए भाजपा सांसदों में अपने-अपने क्षेत्रों के कमजोर बूथों की सूची तैयार की है. कुल मिलाकर ऐसे 74 हजार के करीब बूथ चिन्हित किए गए हैं जिनमें बीजेपी का प्रदर्शन 2019 के चुनाव में अच्छा नहीं रहा.
इनमे से कई बूथ अल्पसंख्यक मतदाताओं वाले भी थे जहां भाजपा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई और अब पार्टी ने इन बूथों को चिन्हित कर इन्हें मजबूत करने की योजना बनाई है. इसके लिए पार्टी ने एक कमेटी गठित कर उसका नाम राष्ट्रीय टास्क फ़ोर्स रखा है. चार सदस्यों की बनाई गई इस कमेटी को इन 74000 बूथ को मजबूत करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं जिनमें 2019 में भारतीय जनता पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी. इस टास्क फोर्स में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैजयंत पांडा, महासचिव सी टी रवि, सांसद दिलीप घोष और पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष लाल सिंह आर्य शामिल हैं.
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यह कमेटी इन 74 000 बूथों पर सशक्तिकरण कार्यक्रम चलाएगी. इस हफ्ते की शुरुआत में इस कमेटी की एक बैठक भी दिल्ली में हुई थी जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि बूथ सशक्तिकरण कार्यक्रम की शुरुआत उन राज्यों से की जाएगी जहां पर चुनाव है और इनमें गुजरात, हिमाचल और कर्नाटक के कमजोर बूथ पर सशक्तिकरण का कार्यक्रम पहले चलाया जाएगा. उसके बाद देशभर के इन 74 हजार बूथ पर पार्टी की राज्य इकाइयों के साथ बैठक की जाएगी और 2024 के चुनाव में इन में कैसे अच्छा प्रदर्शन किया जाए ताकि यह बूथ भी पार्टी के कब्जे मे आ जाए इसकी कोशिश जाएगी.
इसके लिए बूथ मैनेजमेंट और बूथ सशक्तिकरण के लिए बनाए गई टास्क फोर्स लगातार इन राज्यों की इकाइयों के साथ समन्वय बनाकर बैठक करती रहेगी. टास्क फोर्स के सदस्य सीटी रवि ने ईटीवी भारत से बताया कि सबसे पहले इन 74000 बूथ को चिन्हित किया गया और यह काम स्थानीय सांसद और विधायकों की सहायता से किया गया.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा समय-समय पर यह टास्क फोर्स और क्षेत्र के विधायकों और जनप्रतिनिधियों के साथ चिन्हित किए गए बूथ पार्टी पदाधिकारियों को ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम आयोजित करेगी. इस दौरान उन्हें इस बात से अवगत कराया जाएगा कि पार्टी के हक में कैसे ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को प्रभावित करना है और केंद्र और राज्य सरकारों की लोक कल्याणकारी नीतियों के बारे में किस तरह से जनता को बताना है. साथ ही मतदाताओं को बूथ तक लाना है ताकि वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपना मताधिकार का प्रयोग पार्टी के लिए कर सकें.