जयपुर. रीट धांधली मामले को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार एक्शन (Big decision of CM Ashok Gehlot) में आ गई है. शुक्रवार मध्यरात्रि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई हाई पावर कमेटी की बैठक में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त (RBSE President DP Jaroli sacked) कर दिया गया है. इसके साथ ही रिटायर्ड हाईकोर्ट जस्टिस की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर जांच करने का निर्णय लिया गया है.
REET 2021 धांधली प्रकरण में गहलोत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त करने का निर्णय (RBSE President DP Jaroli sacked) लिया है. साथ ही धांधली में लिप्त पाए गए कर्मियों के तुरंत सस्पेंड करने का भी निर्णय लिया गया है. मामले की निष्पक्ष जांच के लिए रिटायर्ड हाईकोर्ट जज की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जा रही है. इस कमेटी की जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों को भी बर्खास्त किया जाएगा. ये कमेटी भविष्य में होने वाली परीक्षाओं में गड़बड़ी को रोकने की दिशा में काम करेगी.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सचिव अरविंद सेंगवा निलंबित: राज्य सरकार ने रीट मामले में अरविन्द कुमार सेंगवा आर.ए.एस. सचिव माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर को राजस्थान सिविल सेवाएं (वर्गीकरण, नियन्त्रण और अपील) नियम, 1958 के नियम-13 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए निलंबित कर दिया है. डीओपी ने निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं. अरविन्द कुमार सेंगवा आर.ए.एस. का निलम्बन अवधि के दौरान मुख्यालय प्रमुख शासन सचिव, कार्मिक विभाग, शासन सचिवालय जयपुर कार्यालय रहेगा.
बता दें कि REET-2021 परीक्षा की धांधली (REET Paper Leak Case 2021) की जांच कर रही SOG ने पेपर लीक गिरोह का पर्दाफाश किया था. SOG ने बताया था कि शिक्षा संकुल से REET का पेपर चोरी हुआ था और 1 करोड़ 22 लाख में यह पेपर बिका था. SOG के खुलासे के बाद से बीजेपी और सांसद किरोड़ी लाल मीणा लगातार गहलोत सरकार पर निशाना साध रहे थे. साथ ही बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त करने की मांग भी कर रहे थे.
क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड रीट परीक्षा 2021 की परीक्षा एजेंसी थी. बोर्ड ने रीट परीक्षा 2021 का आयोजन 26 सितंबर को किया था. परीक्षा के दिन ही जहां अलवर के दो केंद्रों पर पेपर देरी से पहुंचने को लेकर अभ्यर्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया था तो वहीं पेपर लीक का प्रकरण सवाई माधोपुर के एक परीक्षा सेंटर से भी सामने आया था. इसके बाद एसओजी ने तीन जनों को मामले में गिरफ़्तार किया था. परीक्षा के दौरान ही चप्पलों में छिपाए गए ब्लू टूथ डिवाइज के मामले बीकानेर, अजमेर सहित कई जगह सामने आए. वहीं, एक अभ्यर्थी की आईडी से दो जगह परीक्षा दिए जाने का मामला भी पकड़ में आया.