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अकाली दल और भाजपा में तनातनी, टूट सकता है पुराना 'गठबंधन'

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Published : Sep 28, 2019, 10:11 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 9:44 AM IST

हरियाणा में चुनाव से पहले अकाली दल और भाजपा के रिश्तों में खटास पैदा हो गई है. इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके बीच का गठबंधन टूट सकता है. पढ़ें पूरी खबर...

तरुण चुघ

नई दिल्ली: हरियाणा में एक मात्र अकाली दल के विधायक के भाजपा में शामिल होने के बाद पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भाजपा के बीच तनातनी तेज हो गई है.

इसके अलावा गुरुवार को बलकौर सिंह के साथ संदीप सिंह (हॉकी प्लेयर) और योगेश्वर दत्त (पहलवान) बीजेपी में शामिल हो गए. इसके बाद अकाली दल ने एक बैठक बुलाई और सभी 70 सीटों पर अपने पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ने का फैसला किया.

तरुण चुघ

शिरोमणि अकाली दल पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने भाजपा के इस कदम को अनैतिक करार दिया है.

इसके जवाब में भाजपा नेता तरुण चुग ने प्रतिक्रिया देते हुए सुखबीर बादल से सवाल किया है कि 2014 में अकाली दल ने हरियाणा चुनाव में इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) का समर्थन क्यों किया था. क्या वह अनैतिक नहीं था? यह वो समय था जब केंद्र और राज्य सरकार अकाली-भाजपा गठबंधन चला रहा थी.

पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी का होगा आयोजन, गिरती अर्थव्यवस्था पर लगेगा ब्रेक

बता दें कि शिरोमणि अकाली दल और भाजपा गठबंधन सबसे पुराने गठबंधन में से एक है और इसकी पहल अटल बिहारी वाजपेयी और प्रकाश सिंह बादल ने की थी.

सूत्रों के अनुसार, अकाली दल दुष्यंत चौटाला और गोपाल कांडा के साथ हरियाणा चुनावों में तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

नई दिल्ली: हरियाणा में एक मात्र अकाली दल के विधायक के भाजपा में शामिल होने के बाद पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भाजपा के बीच तनातनी तेज हो गई है.

इसके अलावा गुरुवार को बलकौर सिंह के साथ संदीप सिंह (हॉकी प्लेयर) और योगेश्वर दत्त (पहलवान) बीजेपी में शामिल हो गए. इसके बाद अकाली दल ने एक बैठक बुलाई और सभी 70 सीटों पर अपने पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ने का फैसला किया.

तरुण चुघ

शिरोमणि अकाली दल पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने भाजपा के इस कदम को अनैतिक करार दिया है.

इसके जवाब में भाजपा नेता तरुण चुग ने प्रतिक्रिया देते हुए सुखबीर बादल से सवाल किया है कि 2014 में अकाली दल ने हरियाणा चुनाव में इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) का समर्थन क्यों किया था. क्या वह अनैतिक नहीं था? यह वो समय था जब केंद्र और राज्य सरकार अकाली-भाजपा गठबंधन चला रहा थी.

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बता दें कि शिरोमणि अकाली दल और भाजपा गठबंधन सबसे पुराने गठबंधन में से एक है और इसकी पहल अटल बिहारी वाजपेयी और प्रकाश सिंह बादल ने की थी.

सूत्रों के अनुसार, अकाली दल दुष्यंत चौटाला और गोपाल कांडा के साथ हरियाणा चुनावों में तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

Intro:Tussle between Akali Dal and BJP before Haryana polls Body:Tussle between Shiromani Akali Dal (Badal) and BJP intensify in Punjab after sole Akali Dal MLA in Haryana joins BJP. On Thursday Balkaur Singh along with Sandeep Singh( Hockey Player) and Yogeshwar Dutt ( wrestler) joined BJP.

Akali Dal on same day called a meeting and decided to contest polls on its party symbol on all 70 seats. Shiromani Akali Dal party President Sukhbir Badal termed the move by BJP as unethical. Reacting on this BJP leader Tarun Chugh today questioned Sukhbir Badal that why in 2014 Akali Dal supported INLD in Haryana polls.Was that not unethical? It is the same time in Union n state govt Akali-BJP were running alliance govt.Shiromani Akali Dal and BJP alliance is one of the oldest and was initiated by Atal Bihari Vajpayee and Parkash Singh Badal.

As per sources Akali Dal is in talks with Dushyant Chautala and Gopal Kanda. It is trying to bring third front in picture of Haryana polls. Sources incidated that Former MPs and Cabinet ministers of Shiromani Akali Dal can contest polls. Whereas in Punjab bye polls out of 4, Akali Dal and BJP are contesting with alliance candidates on 2 each, the Haryana scenario might cause troubles for alliance.Conclusion:Byte: Tarun Chugh, National Secy BJP
Last Updated : Oct 2, 2019, 9:44 AM IST
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