अमरावती : ऐसे समय में जबकि प्लास्टिक कई मायनों में एक वैश्विक चुनौती बन गया है, महाराष्ट्र के नितिन उजगांवकर एक अभिनव विचार के साथ सामने आए हैं.
नितिन अमरावती के राजुरा शहर में रहते हैं. वह प्लास्टिक अपशिष्ट का उपयोग कर पर्यावरण के अनुकूल घर बनाते हैं.
नितिन उजगांवकर ने 20 हजार से ज्यादा प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग कर एक शानदार घर का निर्माण किया है, जिसे देख कर आप चकित रह जाएंगे. नितिन का आइडिया भारत की प्लास्टिक समस्या का एक समाधान हो सकता है.
हम अपने आस-पास ईंट, बालू और सीमेंट से बने घर तो आसानी से देख सकते हैं, लेकिन प्लास्टिक की बोतलों से घर बनाना भारत में बिल्कुल नया विचार है.
नितिन ने कानून की पढ़ाई कर मास्टर्स डिग्री हासिल की है. वह अपनी हॉबी पूरी करने के लिए कंस्ट्रक्शन का व्यवसाय कर रहे हैं. वह कंस्ट्रक्शन सेक्टर में हमेशा कुछ नया और इनोवेटिव करने की सोच रखते हैं.
इस संबंध में बातचीत के दौरान नितिन ने कहा कि पांच साल पहले सुबह में टहलने के दौरान मुझे सड़क के किनारे प्लास्टिक की खाली बोतलों का अंबार मिला.
उन्होंने कहा, 'मैंने सोचा की इन बोलतों को कैसे रिसाइकिल किया जा सकता है. इंटरनेट पर खोजने के दौरान मुझे कई आइडिया मिले.'
वहीं, परिजनों की प्रतिक्रिया पर नितिन बताते हैं कि उनके आइडिया से सभी लोग हैरान थे, लेकिन धीरे-धीरे सभी लोगों ने इस पर विश्वास किया. उन्होंने बताया कि घर के पीलर का निर्माण करने के लिए सीमेंट और ईंटों का प्रयोग किया गया है. घर के दीवारों के लिए प्लास्टिक की बोतलों और बालू का उपयोग किया गया है.
नितिन का यह आइडिया निकट भविष्य में देश में लगातार बढ़ रहे प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने में मददगार साबित हो सकता है.
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