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ईटीवी भारत की खबर का असर : गृह मंत्रालय को जारी करना पड़ा स्पष्टीकरण

ईटीवी भारत की खबर का एक बड़ा असर देखने को मिला है. इस प्रभाव के बाद सैकड़ों ऐसे शोकग्रस्त रिश्तेदारों और परिवारों को राहत मिलेगी, जिनके अपनों की मौत विदेश में हो जाती है, लेकिन उन्हें उनका पार्थिव शरीर लाने में कठिनाई उत्पन्न होती है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बाबत स्पष्टीकरण जारी किया है.

home ministry on dead bodies from abroa
विदेशों में हुई मौत को लेकर गृह मंत्रालय
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Published : Apr 25, 2020, 7:00 PM IST

Updated : Apr 26, 2020, 9:12 AM IST

नई दिल्ली : भारतीयों और ओसीआई कार्ड धारकों के लिए गृह मंत्रालय ने एक राहत भरी खबर दी है. यदि उनमें से किसी भी व्यक्ति की विदेश में मौत हो जाती है, तो उसका शव लाने में अब दिक्कत नहीं होगी. गृह मंत्रालय ने उसकी प्रक्रियाएं स्पष्ट कर दी हैं. उन्हें विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य विभाग से मंजूरी मिलने के बाद शव मिल जाएगा. ईटीवी भारत ने इसे लेकर बड़ी पहल की थी.

दरअसल, उत्तराखंड के एक युवक की दुबई में मौत हो गई थी. लंबी जद्दोजहद के बाद उसका शव दुबई से दिल्ली लाया गयाा. लेकिन गृह मंत्रालय के एक सर्कुलर की वजह से शव वापस लौटा दिया गया. इसके बाद ईटीवी भारत ने इस खबर को लेकर गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय दोनों से संपर्क साधा था.

ईटीवी भारत इस दौरान उनके परिजनों से लगातार संपर्क में बना रहा. आखिरकार गृह मंत्रालय ने आज स्पष्टीकरण जारी कर दिया. विदेशी मामलों के प्रभाग के आव्रजन अनुभाग में एक निदेशक स्तर के अधिकारी ने एक ज्ञापन में कहा है कि यह स्पष्ट करने के लिए निर्देशित किया जाता है कि भारतीय नागरिकों / ओसीआई कार्ड धारकों के शवों और अवशेषों (जैसे अस्थि कलश) को भारत लाए जाने के संबंध में आव्रजन का कार्य विभिन्न मंत्रालयों द्वारा जारी दिशानिर्देशों के कड़ाई से पालन के अधीन किया जाएगा.

home ministry on dead bodies from abroad
गृह मंत्रालय का स्पष्टीकरण

सबसे जरूरी श्रेणी के तहत शनिवार (25 अप्रैल, 2020) को जारी कार्यालय ज्ञापन संख्या 25022/06/22, के तहत कहा गया है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी), अनुमोदन या सहमति प्राप्त करने के बाद शव या अवशेष प्राप्त किए जा सकते हैं.

ज्ञापन में कहा गया है कि इस संबंध में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए.

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गौरतलब है कि उत्तराखंड के टिहरी, सकलाना पट्टी के सेमवाल गांव के भट्ट परिवार को इन दिनों दोहरे दुख से गुजरना पड़ रहा है. एक ओर दुबई में बेटे की मौत का दुख और दूसरा बेटे के शव के लिए किए जाने वाला इंतजार...बीते कई दिनों से बेटे के शव का इंतजार करते परिवार की उम्मीदों को तब और झटका लगा जब दूर देश दुबई से बमुश्किल भारत आया बेटे का शव बिना उनकी जानकारी के वापस भेज दिया गया था.

नई दिल्ली : भारतीयों और ओसीआई कार्ड धारकों के लिए गृह मंत्रालय ने एक राहत भरी खबर दी है. यदि उनमें से किसी भी व्यक्ति की विदेश में मौत हो जाती है, तो उसका शव लाने में अब दिक्कत नहीं होगी. गृह मंत्रालय ने उसकी प्रक्रियाएं स्पष्ट कर दी हैं. उन्हें विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य विभाग से मंजूरी मिलने के बाद शव मिल जाएगा. ईटीवी भारत ने इसे लेकर बड़ी पहल की थी.

दरअसल, उत्तराखंड के एक युवक की दुबई में मौत हो गई थी. लंबी जद्दोजहद के बाद उसका शव दुबई से दिल्ली लाया गयाा. लेकिन गृह मंत्रालय के एक सर्कुलर की वजह से शव वापस लौटा दिया गया. इसके बाद ईटीवी भारत ने इस खबर को लेकर गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय दोनों से संपर्क साधा था.

ईटीवी भारत इस दौरान उनके परिजनों से लगातार संपर्क में बना रहा. आखिरकार गृह मंत्रालय ने आज स्पष्टीकरण जारी कर दिया. विदेशी मामलों के प्रभाग के आव्रजन अनुभाग में एक निदेशक स्तर के अधिकारी ने एक ज्ञापन में कहा है कि यह स्पष्ट करने के लिए निर्देशित किया जाता है कि भारतीय नागरिकों / ओसीआई कार्ड धारकों के शवों और अवशेषों (जैसे अस्थि कलश) को भारत लाए जाने के संबंध में आव्रजन का कार्य विभिन्न मंत्रालयों द्वारा जारी दिशानिर्देशों के कड़ाई से पालन के अधीन किया जाएगा.

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गृह मंत्रालय का स्पष्टीकरण

सबसे जरूरी श्रेणी के तहत शनिवार (25 अप्रैल, 2020) को जारी कार्यालय ज्ञापन संख्या 25022/06/22, के तहत कहा गया है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी), अनुमोदन या सहमति प्राप्त करने के बाद शव या अवशेष प्राप्त किए जा सकते हैं.

ज्ञापन में कहा गया है कि इस संबंध में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए.

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गौरतलब है कि उत्तराखंड के टिहरी, सकलाना पट्टी के सेमवाल गांव के भट्ट परिवार को इन दिनों दोहरे दुख से गुजरना पड़ रहा है. एक ओर दुबई में बेटे की मौत का दुख और दूसरा बेटे के शव के लिए किए जाने वाला इंतजार...बीते कई दिनों से बेटे के शव का इंतजार करते परिवार की उम्मीदों को तब और झटका लगा जब दूर देश दुबई से बमुश्किल भारत आया बेटे का शव बिना उनकी जानकारी के वापस भेज दिया गया था.

Last Updated : Apr 26, 2020, 9:12 AM IST
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