मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी आज महाराष्ट्र के जलगांव में एक जनसभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी आने वाले 5 वर्षों के लिए देवेंद्र फडणवीस जी की अगुवाई में महायुति सरकार के लिए एक बार फिर आप सबका आशीर्वाद लेने आये हैं. साथ ही आपने लोकसभा चुनाव में हमें जो आशीर्वाद दिया उसके लिए भी आभार जताने आये हैं
पीएम मोदी ने कहा कि अब नए भारत का नया जोश, दुनिया को भी दिखने लगा है. आज दुनिया में नए भारत का जो जलवा है ,उसके पीछे सिर्फ और सिर्फ मेरे 130 करोड़ देशवासी हैं.
उन्होंने कहा, आज भारत की आवाज दुनिया की हर ताकत मजबूती से सुन रही हैं. दुनिया का हर देश आज भारत के साथ खड़ा हैं, हमारे साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित है
बकौल पीएम मोदी, आज नया भारत ठान चुका है कि उसे अतीत के अनावश्यक बंधनों में बंधकर नहीं रहना है. आज नया भारत खुद के वर्तमान को मजबूत तक कर ही रहा है, खुद का भविष्य भी तय कर रहा है. बीते कुछ समय से हम लगातार चुनौतियों को चुनौती दे रहे हैं.
बिंदुवार पढ़ें प्रधानमंत्री का संबोधन
- अब हम किसानों को पोषक के साथ-साथ निर्यातक बनाने की गंभीरता से कोशिश कर रहे हैं. फूड प्रोसेसिंग उद्योगों की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. इस पूरे इलाके की आर्थिक स्थिति में अब तेजी से परिवर्तन आने वाला है.
- हमारी सरकार एक और बड़े संकल्प को ज़मीन पर उतारना शुरु कर चुकी है. ये संकल्प पानी का है, महाराष्ट्र सहित पूरे देश के हर घर को जल से जोड़ने का है. इस संकल्प को पूरा करने के लिए जल जीवन मिशन पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
- महाराष्ट्र और देश के हर गरीब के अपने घर के सपनें को 2022 तक पूरा करने के लिए हम पूरे सामर्थ्य के साथ जुटे हैं.
- जब यहां की गरीब बहनों के जीवन में आए बदलाव के बारे में सुनते हैं, तो हमें संतोष होता है. आज महाराष्ट्र की करीब 10 लाख बहनें हमारी सरकार की आवास योजना की वजह से अपने पक्के घर में अपने परिवार की देखभाल कर रही हैं.
- थके हुए साथी, एक दूसरे के लिए सहारा तो बन सकते हैं, महाराष्ट्र के सपनों को और यहां के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम नहीं बन सकते.
- बीते 5 वर्षों के हमारे काम से यहां विपक्षी भी हैरान और परेशान हैं. हमारे विरोधी भी आज ये मान रहे हैं कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व कर्मशील भी है और ऊर्जावान भी है.
- आज मैं विरोधियों को चुनौती देता हूं कि आपमें अगर हिम्मत है तो इस चुनाव में भी और आने वाले चुनावों में भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में ये ऐलान करें कि हम अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे. 5 अगस्त के निर्णय को हम बदल देंगे. वर्ना ये घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें.
- बीते कुछ महीनों में कांग्रेस-एनसीपी के नेताओं के बयान देख लीजिए. जम्मू-कश्मीर को लेकर जो पूरा देश सोचता है, उससे एकदम उल्टा इनकी सोच दिखती है. इनका तालमेल पड़ोसी देश के साथ मिलता जुलता है.
- आज दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारे देश के कुछ राजनीतिक दल, कुछ राजनेता, राष्ट्रहित में लिए गए इस निर्णय पर राजनीति करने में जुटे हैं.
- आप ये जानकार हैरान हो जाएंगे कि 70 साल तक जम्मू कश्मीर और लद्दाख के हमारे वाल्मीकि भाइयों को मानवाधिकारों से भी वंचित कर दिया गया था. आज मैं भगवान वाल्मीकि के चरणों में नमन करते हुए कहता हूं कि आज मुझे अपने उन भाइयों को गले लगाने का सौभाग्य मिल रहा है.
- जम्मू कश्मीर और लद्दाख सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं है, वो मां भारती का शीष है, वहां का कण-कण भारत की शक्ति को मजबूत करता है.
- 5 अगस्त को आपकी भावना के अनुरूप भाजपा- NDA सरकार ने एक अभूतपूर्व फैसला लिया. जिसके बारे में सोचना तक पहले असंभव लगता था. एक ऐसी स्थिति जिसमें जम्मू कश्मीर के गरीब की, बहन-बेटियों की, दलितों और शोषितों के विकास की संभावनाएं नहीं के बराबर थी.