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2021 से पहले भारत अपने रॉकेट द्वारा मानव सहित अंतरिक्ष में पहुंचेगा: के सिवन - भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन

इसरो के चीफ के सिवन ने कहा है कि हमारा लक्षय जुलाई 2021 तक दूसरा मानव सहित अंतरिक्ष विमान तैयार कर अंतरिक्ष में भेजना है.

दीक्षांत समारोह में बोलते के सिवन
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Published : Sep 21, 2019, 11:58 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 12:58 PM IST

भुवनेश्वर : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के आठवें दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए भुवनेश्वर पहुंचे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो चीफ) के सिवन ने कहा है कि हमारा लक्ष्य जुलाई 2021 तक दूसरा मानव सहित अंतरिक्ष विमान बनाना है. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2021 से पहले भारत अपने रॉकेट द्वारा अंतरिक्ष में पहुंच जाएगा.

यह हमारा लक्ष्य है, इसरो में हर कोई उस पर काम कर रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि सवाल उठता है कि किस तरह से गगनयान उपयोगी होने जा रहा है? तो बता दूं कि गगनयान भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश की विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षमता को बढ़ावा देगा.

दीक्षांत समारोह में बोलते के सिवन

सिवन ने कहा कि 2021 दिसंबर तक हम अंतरिक्ष विमान का पहला मानव मिशन शुरू करने जा रहे हैं.

इससे पहले सीवन ने चंद्रयान-2 मिशन की सफलता को लेकर कहा कि चंद्रयान-2 मिशन अपने उद्देश्यों में 98 प्रतिशत सफल रहा है. हालांकि, इसरो अभी तक लैंडर 'विक्रम' से संपर्क स्थापित नहीं कर पाया है.

पढ़ें- चंद्रयान-2 मिशन 98 फीसदी सफल : इसरो प्रमुख

उन्होंने कहा कि परियोजना को दो भागों में विकसित किया गया है- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रदर्शन. हमने विज्ञान उद्देश्य में पूरी सफलता अर्जित कर ली है, जबकि प्रौद्योगिकी प्रदर्शन में सफलता का प्रतिशत लगभग पूरा हो गया है. इसलिए परियोजना को 98 प्रतिशत सफल बताया जा सकता है.'

भुवनेश्वर : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के आठवें दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए भुवनेश्वर पहुंचे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो चीफ) के सिवन ने कहा है कि हमारा लक्ष्य जुलाई 2021 तक दूसरा मानव सहित अंतरिक्ष विमान बनाना है. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2021 से पहले भारत अपने रॉकेट द्वारा अंतरिक्ष में पहुंच जाएगा.

यह हमारा लक्ष्य है, इसरो में हर कोई उस पर काम कर रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि सवाल उठता है कि किस तरह से गगनयान उपयोगी होने जा रहा है? तो बता दूं कि गगनयान भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश की विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षमता को बढ़ावा देगा.

दीक्षांत समारोह में बोलते के सिवन

सिवन ने कहा कि 2021 दिसंबर तक हम अंतरिक्ष विमान का पहला मानव मिशन शुरू करने जा रहे हैं.

इससे पहले सीवन ने चंद्रयान-2 मिशन की सफलता को लेकर कहा कि चंद्रयान-2 मिशन अपने उद्देश्यों में 98 प्रतिशत सफल रहा है. हालांकि, इसरो अभी तक लैंडर 'विक्रम' से संपर्क स्थापित नहीं कर पाया है.

पढ़ें- चंद्रयान-2 मिशन 98 फीसदी सफल : इसरो प्रमुख

उन्होंने कहा कि परियोजना को दो भागों में विकसित किया गया है- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रदर्शन. हमने विज्ञान उद्देश्य में पूरी सफलता अर्जित कर ली है, जबकि प्रौद्योगिकी प्रदर्शन में सफलता का प्रतिशत लगभग पूरा हो गया है. इसलिए परियोजना को 98 प्रतिशत सफल बताया जा सकता है.'

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Last Updated : Oct 1, 2019, 12:58 PM IST
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