अजमेर. राजस्थान में नए मुख्य्मंत्री के नाम का ऐलान हो चुका है. जयपुर में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में राजस्थान के नए सीएम के तौर पर भजनलाल शर्मा के नाम का ऐलान किया गया. वहीं, विधायक दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाया गया है. जबकि अजमेर उत्तर से पांचवीं बार विधायक बने वासुदेव देवनानी को विधानसभा स्पीकर चुना गया है.
पांचवीं बार विधानसभा चुनाव जीते : जयपुर में विधायक दल की बैठक के दौरान पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने विधानसभा स्पीकर के रूप में वासुदेव देवनानी के नाम का ऐलान किया है. वासुदेव देवनानी भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक हैं. अजमेर उत्तर विधानसभा सीट से देवनानी लगातार पांचवीं बार विधानसभा चुनाव जीते हैं. इस सीट पर पिछले बीस साल से देवनानी का कब्जा है.
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RSS के चहेते हैं देवनानी : अजमेर शहर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गढ़ रहा है. अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी आरएसएस के चहेते हैं. माना जाता है कि देवनानी का टिकट बीजेपी कार्यालय से नहीं, बल्कि नागपुर में संघ मुख्यालय से आता है. देवनानी लगातार 20 वर्षों से क्षेत्र में विधायक हैं. क्षेत्र में देवनानी की सक्रियता और कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खड़े रहना ही उनकी ताकत है. यही वजह है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भी देवनानी को इस सीट से जीत हासिल हुई है.
वासुदेव देवानानी का राजनीतिक सफर : वासुदेव देवनानी शुरुआती संघर्ष के दिनों में उदयपुर में रहे. जहां शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में सक्रिय रहे. 1958 में ही देवनानी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्यता ग्रहण की थी. छात्र जीवन में देवनानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री और उपाध्यक्ष रहे और बाद में प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं.
2000 से 2003 तक देवनानी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में प्रांत प्रचार प्रमुख का दायित्व भी संभाला. उदयपुर में पॉलिटेक्निकल कॉलेज विद्या भवन में देवनानी अध्यापन का कार्य करते थे. वासुदेव देवनानी अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में फॉय सागर रोड स्थित संत कंवर राम कॉलोनी के निवासी है. उनका जन्म 11 जनवरी 1948 को हुआ था. देवनानी ने जोधपुर एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई इलेक्ट्रिकल तक शिक्षा प्राप्त की है. 27 जून 1974 को वासुदेव देवनानी का विवाह हुआ था. उनके जीवन संगिनी इंदिरा देवनानी है, उनके एक पुत्र और दो पुत्री हैं.
अजमेर आने के बाद बदली किस्मत : सन 2003 से पहले वासुदेव देवनानी ने परिवार सहित अजमेर जाकर बस गए. अजमेर आते ही उनकी किस्मत ने भी जोर मारा और भाजपा ने उन्हें अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार टिकट दिया. देवनानी उदयपुर से अपनी जिस मारुति 800 कार लेकर अजमेर आए थे, वह कार आज भी चालू हालत में उनके आवास पर खड़ी है. देवनानी उस कार को लक्की मानते हैं. वासुदेव देवनानी ने 2003 में पहला चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2008, 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनाव में देवनानी लगातार क्षेत्र से विधायक रहे हैं. देवनानी दो बार शिक्षा राज्य मंत्री रह चुके हैं.
सादगी पसंद नेता हैं देवनानी : देवनानी ने अपने जीवन में एक भी चुनाव नहीं हारा. कठिन परिस्थितियों में भी अपनी राजनैतिक कुशलता से देवनानी ने अपनी जीत हासिल की है. देवनानी का स्वभाव सरल है और वे सादगी पसंद हैं. योगा के साथ उनकी दिन की शुरुआत होती है. इसके बाद उनका सामाजिक जीवन शुरू हो जाता है. लोगों से मिलना-जुलना उनकी परेशानियों सुनना उनकी दिनचर्या का हिस्सा है. खास बात यह है कि देवनानी अपने क्षेत्र में अधिकांश लोगों को उनके नाम से जानते हैं और लोगों के सुख-दुख में खड़े रहते हैं. यही देवनानी की सबसे बड़ी ताकत भी है.