देहरादून : उत्तराखंड चारधाम यात्रा की शुरुआत 18 सितंबर से हो गयी है, जिसमें बाद से ही यात्रा के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई-पास जारी किए जा रहे है. अभी तक चारधाम के लिए 42 हजार से अधिक ई-पास जारी किये जा चुके हैं. तो वहीं, 2530 से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारधाम के दर्शन कर लिए हैं.
यही नहीं, चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. नैनीताल हाईकोर्ट ने 16 सितंबर को चारधाम यात्रा को लेकर हुई सुनवाई कर यात्रा शुरू करने हेतु फैसला दिया था. प्रदेश सरकार एवं देवस्थानम बोर्ड ने न्यायालय के दिशा-निर्देश के अनुसार एसओपी जारी की. जिसके बाद 18 सितंबर से चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के सफलतापूर्वक शुभारंभ पर प्रसन्नता जताई है. पर्यटन/धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि तीर्थयात्री चारधाम यात्रा हेतु उत्साहित है. यही नहीं, मुख्य सचिव डा. एस. एस. संधू चारधाम यात्रा के व्यवस्थित संचालन को लेकर लगातार अधिकारियों को निर्देश दे रहे है. तो वहीं, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के अनुसार चारधाम यात्रा के साथ उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. धर्मस्व सचिव एचसी सेमवाल ने कहा कि यात्रा संचालन एसओपी के तहत हो रहा है.
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन: केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 श्रद्धालुओं, बद्रीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600, यमनोत्री धाम में कुल 400 श्रद्धालुओं के जाने की अनुमति दी की गयी है. चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड से बाहर के श्रद्धालुओं के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है और ई- पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट अथवा दोनों डोज वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जमा करना है. उत्तराखंड के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.
पुलिस बल तैनात: उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में स्थित धामों में होने वाली चारधाम यात्रा के दौरान जरूरत के अनुसार पुलिस बल तैनात किए गए हैं. साथ ही मुनिकीरेती, देवप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, बड़कोट, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग, जोशीमठ, पांडुकेश्वर, सहित चारों धामों के प्रवेश मार्गो से पुलिस द्वारा तीर्थयात्रा पर नजर रखी जा रही है. धामों में श्रद्धालु किसी भी कुंड में स्नान नहीं कर रहे हैं. कोरोना प्रोटोकॉल एवं सामाजिक दूरी का पालन अनिवार्य किया गया है.
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गढ़वाल आयुक्त एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि रविवार को बदरीनाथ धाम के लिए 1645, केदारनाथ के लिए 2160, गंगोत्री के लिए 788, और यमुनोत्री धाम के लिए 598 ई-पास जारी किये गए हैं. ऐसे में अब तक कुल 42 हजार से अधिक ई-पास जारी किये गए हैं. जिनमें दिन तक बदरीनाथ धाम 9989, केदारनाथ हेतु 18934, गंगोत्री हेतु 4727, यमुनोत्री हेतु 4361 ई-पास जारी हो चुके है. अभी लगातार ई-पास जारी किए जा रहे हैं.
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि चार धाम के अलावा द्वितीय केदार रूद्रनाथ, तृतीय केदार तुंगनाथ, चतुर्थ केदार रूद्रनाथ एवं पंच बदरी योग बदरी पांडुकेश्वर, ध्यान बदरी उर्गम, भविष्य बदरी सुभाई (जोशीमठ) वृद्ध बदरी अणीमठ सहित देवस्थानम बोर्ड के अधीनस्थ मंदिरों में भी तीर्थ यात्री पहुंचे हैं. गोविंद घाट गुरुद्वारा से सरदार सेवा सिंह ने देवस्थानम बोर्ड को बताया कि पवित्र गुरूद्वारा हेमकुंड साहिब/लोकपाल तीर्थ के लिए आज 72 श्रद्धालु मत्था टेकने पहुंचे.