मौनी पड़वा पर लोगों ने किया मोर नृत्य, भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी है मान्यता - अशोकनगर न्यूज
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अशोकनगर। प्राचीन परंपरा को बरकरार रखने के लिए शिवपुरी जिले के ग्राम वसाहर के लोगों ने चंदेरी पहुंचकर मोर नृत्य का आयोजन किया. नृत्य में उपस्थित लोग सुबह से शाम तक मौन व्रत कर मोर नृत्य करते हैं. जबकि शाम को अपना मौन व्रत खोलते हैं. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र का घंमड तोड़ने गोवर्धन पर्वत को उठाया था और गौ माता और मानव जाति को बचाया था. दिवाली के एक दिन पहले से ही नृतक मौन व्रत रख कर पडवा के सुबह से ही नृत्य शुरू कर दिया जाता है, जो बारह गांवों में जाकर करना पड़ता है और जो भी व्यक्ति यह व्रत कर लेता है उसे बारह साल तक यह व्रत करना पड़ता है.