कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच खुले प्राइमरी स्कूल, पहले दिन उत्साहित दिखे छात्र
ग्वालियर। पूरे प्रदेश में लगभग 18 माह बाद सभी शासकीय और निजी प्राइमरी स्कूल खोल दिए गए हैं, आज से पहली से लेकर 5वीं तक की कक्षाएं शुरू हो गई हैं. पहले दिन कई स्कूलों में छात्रों की संख्या काफी कम देखी गई तो कई स्कूल ऐसे हैं, जहां पर प्राइमरी के छात्र काफी उत्सुकता से स्कूल पहुंचे. शासन और शिक्षा विभाग ने कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूलों को खोला है, लेकिन सरकारी स्कूलों में कई अनियमितताएं देखने को मिली. शहर के थाटीपुर प्राइमरी स्कूल में 200 बच्चों में से पहले दिन सिर्फ 10 बच्चे ही स्कूल पहुंचे. कक्षाएं शुरू होने से वह काफी खुश नजर आए. ग्वालियर जिले में 3000 से अधिक प्राइमरी स्कूलों में 200000 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं. पहले दिन कक्षाएं शुरू होने को लेकर ईटीवी भारत ने कोरोना गाइडलाइन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. सरकारी स्कूलों में कक्षाओं को सैनिटाइज किया गया, साथ ही बैठने से पहले बच्चों को हैंड सैनिटाइज कराया गया और मास्क के साथ ही कक्षा में प्रवेश दिया जा रहा है. शासकीय माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव कुमार ने बताया कि प्राइमरी स्कूल का पहला दिन है, ऐसे में छात्रों के माता-पिता की अनुमति के बिना बच्चों को कक्षा में नहीं बैठाया जा रहा है. बच्चों के लिए प्रॉपर मास्क और हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है.