विदिशा। जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर बसे पुरागुसाईं गांव के लोग गर्मी में भीषण जल संकट का सामना करते हैं, यहां के वाशिंदे कई सालों से पानी की समस्या से दो चार हो रहे थे, यहां गर्मी शुरू होते ही जलस्तर गिर जाता है, हैण्डपम्प में आने वाला पानी पूरी तरह से सूख जाता है, जिससे परेशान ग्रामीणों ने प्यास बुझाने का अनोखा तरीका निकाल लिया है क्योंकि ये लोग भी जानते हैं कि बिना पानी के जीवन संभव नहीं है.
गड्ढों से भर रहे पीने के लिए पानी
गांव में एक तालाब है, जिसका निर्माण ग्राम पंचायत ने करवाया है. गांव के लोग तालाब के आसपास अपने-अपने लिए एक-एक गड्ढे खोद रखे हैं, गांव के हर व्यक्ति का अपना एक गड्ढा है. जहां एक दूसरे के गड्डे को कोई हाथ नहीं लगाता है. तालाब का पानी इन गड्डों में रिसता है, जब गड्ढा पूरी तरह से भर जाता है तो ग्रामीण छोटे-छोटे बर्तन के सहारे पानी भर लेते हैं और पानी की जरूरत को इसी तरह पूरा करते हैं.
गर्मी में पानी की समस्या अधिक
पुरागुसाईं गांव में रहने वाली पूनी बाई ने बताया कि पानी की समस्या गांव में वो सालों से देख रही हैं. आज तक इसका हल नहीं निकल पाया है. गर्मी में ये समस्या विकराल रूप ले लेती है, गांव में एक तालाब है, जिसके आसपास कई गड्ढे खोदकर हम लोग अपनी प्यास बुझाते हैं, गांव के सभी बड़े बच्चे पानी भरने का काम करते हैं.
कई सालों से है पानी की समस्या
गांव की ही सुमित्रा बाई ने कहा कि गांव में पानी की समस्या देखते हुए आधी उम्र बीत गई, लेकिन समस्या का निदान गांव वालों को आज तक नहीं मिल सका है. गांव में सरकार ने केवल हैण्डपम्प लगाकर छोड़ दिया है, फिर दोबारा कभी पलटकर नहीं देखा है कि उन हैण्डपम्प से पानी आ भी रहा है या नहीं. गांव में पानी ही नहीं है, इसलिए तालाब का बदबूदार पानी पीने को मजबूर होना पड़ता है.
विदिशा कलेक्टर पंकज जैन ने कहा कि ये गंभीर समस्या है, इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा. वहीं पानी की समस्या से निजात दिलाने को लेकर अधिकारियों को भी निर्देशित कर दिया गया है.