विदिशा। छिंदवाड़ा के जुन्नरदेव रेलवे स्टेशन से पातालकोट एक्सप्रेस में एक बालिका अपहरण कर ले जाया जा रहा था. बालिका का कहना है कि दो नकाबपोशों ने उसे कुछ सुंघा कर ट्रेन में बैठा लिया. बालिका ने भोपाल में होश आने के बाद आसपास बैठे यात्रियों से मदद मांगी. इसके बाद रेलवे सुरक्षा बलों ने उसे विदिशा में रेस्क्यू किया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. घटना का पूरा पता लगाने के लिए जुन्नरदेव स्टेशन से सीसीटीवी फुटेज मंगाकर चेक किए जाएंगे.
रेलवे स्टाफ को मिली सूचना : पातालकोट एक्सप्रेस ट्रेन में एक बालिका के अपहरण की सूचना मिलने के बाद आरपीएफ, जीआरपी और हिंदू चेतना सेवा समिति के सदस्यों ने विदिशा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के रुकने का इंतजार किया. ट्रेन रुकते ही 12 वर्षीय बालिका को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया. इसके बाद बाद में महिला पुलिस बाल कल्याण समिति के सदस्य द्वारा बालिका की काउंसलिंग की गई. बालिका ने बताया कि स्कूल जाते समय दो व्यक्तियों द्वारा उसका अपहरण किया गया.
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पैरेंट्स को सौंपा : विदिशा में रेस्क्यू के बाद बालिका को गुलमोहर सेंटर में रखा गया. इसके बाद सुबह उसे बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया गया. समिति ने बालिका को छिंदवाड़ा से आए उसके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया. बाल कल्याण समिति के सदस्य रामपाल सिह ने बताया कि पातालकोट एक्सप्रेस से छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव मकराढाना गांव से एक बालिका को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा अपहरण किया गया. नकाबपोश बदमाशों के बारे में कोई सुराग नहीं लगा.