सिरोंज (विदिशा)। जिले के बिशनपुर गांव में करीब 4 साल से स्कूल एक निजी दालान में लग रहा है. आपसी रंजिश का शिकार स्कूली बच्चे हो रहे हैं. ये गांव सिरोंज से मात्र 12 किलोमीटर दूर देवपुर पंचायत के तहत आता है. 400 की आबादी वाला यह गांव दो मोहल्लों में बंटा है. दोनों मोहल्लों में यादव समाज ही रहता है. स्कूल के रजिस्टर में दर्ज कुल 37 बच्चों में से 35 बच्चे दो साल से स्कूल नहीं गए हैं. इसके पीछे का कारण गांव के दो मोहल्लों के बीच तनाव है.
दो साल से चल रही रंजिश : दो साल पहले आपसी विवाद दोनों पक्षों के 12 से अधिक लोग घायल हुए थे. इसके बाद दोनों मोहल्लों के लोगों ने एक-दूसरे के इलाके में आना-जाना ही बंद कर दिया. इस स्कूल का संचालन पहले गांव के बीच स्थित मंदिर में होता था और फिर मोहल्ले में स्थित एक घर की दालान में संचालित होने लगा. स्कूल का भूमिपूजन के बाद भी अभी तक निर्माण नहीं हो सका. जिसकी वजह से बिशनपुर गांव के बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबा जा रहा है. स्कूल में दो टीचर हैं, किंतु दो साल से एक मोहल्ले के विद्यार्थी दूसरे मोहल्ले में संचालित स्कूल मैं नहीं जा रहे हैं. इनमें 20 बच्चे प्राथमिक शाला के 15 बच्चे माध्यमिक शाला के हैं.
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पढ़ने नहीं आते बच्चे : ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है. हमने तो कहा है मंदिर में स्कूल लगा लो लेकिन शिक्षक नहीं मान रहे. हमें अपने बच्चों की जान प्यारी है. ग्रामीण हरि सिंह कुशवाह ने विवाद की पुष्टि की है. वहीं स्कूल प्रभारी हरि सिंह अहिरवार का कहना है कि पहले ठीक संख्या में बच्चे आते थे. इस मामले में एसडीएम हर्षिल चौधरी का कहना है कि मामले को दिखवा रहे हैं. बीईओ से इस मामले में बातचीत कर समस्या का हल निकाला जाएगा.