विदिशा। उत्तर प्रदेश से पूर्व राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता चौधरी मुनव्वर सलीम के बड़ा बाजार क्षेत्र स्थित मकान पर पिछले दिनों आयकर विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी. लगातार 48 घंटे चली इस कार्रवाई में आयकर विभाग को क्या मिला, यह हर कोई जानना चाहता है. वह यह भी जानना चाहता है कि आखिर आयकर विभाग वाले 48 घंटे तक क्या तलाशते रहे. ईटीवी भारत ने यह सब जानने की कोशिश की पूर्व सांसद के छोटे बेटे मुदस्सिर सलीम से.
परिवार के लोगों को 48 घंटे बंद रखा: दरअसल मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर में मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना से जुड़ा है. इसी को लेकर उत्तर प्रदेश आयकर विभाग ने आजम खान के करीबियों के यहां छापे मारे. दिवंगत चौधरी मुनव्वर सलीम के पुत्र मुदस्सिर ने बताया कि ''48 घंटे से इनकम टैक्स द्वारा मेरे घर में मेरे भाई, भाई के बीवी बच्चे, मेरे बीवी बच्चों को 48 घंटे से बंद करके रखा गया था. इनकम टैक्स की टीम सुबह 7:30 बजे करीब मेरे घर आई थी. टीम ने कहा कि हमें जांच करना है, हमने भी उनका पूर्ण रूप से सहयोग किया. लेकिन उन्हें हमारे घर से कुछ हासिल नहीं हुआ.''
साजिश के तहत जांच करवाई: मुदस्सिर ने आरोप लगाया कि ''साजिश के तहत यह जांच करवाई है. टीम ने बार-बार आजम खान की यूनिवर्सिटी का जिक्र किया.'' मुदस्सिर ने बताया कि ''आजम खान से हमारे पुराने और गहरे संबंध रहे हैं. मेरे पिता चौधरी मुनव्वर सलीम का दामन भ्रष्टाचार से हमेशा बेदाग रहा है. हमें किसी जांच से कोई भय नहीं है, हम ईमानदार हैं और हमेशा रहेंगे.'' उन्होंने कहा कि मैं प्रवर्तन निदेशालय और आयकर जैसी संस्थानों से अपील करता हूं कि अडानी, नीरव मोदी जैसे लोगों के यहां जाएं, जिन नेताओं के बच्चे गोआ में करोड़ों रुपए के पद और शराबखाने खोल रहे हैं उनके यहां जाएं. जिन नेताओं के बच्चे विदेशों में कारोबार जमा रहे हैं उनके यहां जाएं और कार्रवाई करें.''