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आग में जली फसलों के सर्वे न होने पर किसानों ने किया चक्का जाम - विदिशा किसानों का प्रदर्शन

एमपी के विदिशा में लगातार फसलों को जलने के लेकर किसानों में आक्रोश है. इसी कड़ी में शनिवार को आक्रोशित किसानों ने विदिशा शमशाबाद मार्ग पर चक्का जाम किया. किसानों का कहना है कि फसल जलने के बाद सर्वे के लिए न तो कोई अधिकारी आया है और न ही कोई कर्मचारी.

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चक्का जाम
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Published : Apr 3, 2021, 3:42 PM IST

विदिशा। जिले की अनेकों तहसीलों के विभिन्न ग्रामों में किसानों की खेतों में खड़ी फसलों में भीषण आग लग जाने से कई बीघा क्षेत्र और लाखों की फसलें जलकर राख हो चुकी हैं. पीड़ित किसानों के लिए किसी भी प्रकार का सर्वे नहीं कराए जाने को लेकर किसान आक्रोशित हैं. इसी कड़ी में शनिवार को किसानों ने विदिशा-शमशाबाद मार्ग पर चक्का जाम लगा दिया. चक्का जाम के दो घंटे बाद भी जिला प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने नहीं पहुंचा.

किसानों ने किया चक्का जाम

राख के ढेर में तब्दील हुईं फसलें
शमशाबाद, ग्यारसपुर गंज, बासौदा, विदिशा, सिरोंज और लटेरी सहित अनेकों तहसीलों के विभिन्न ग्रामों में गेहूं की खड़ी और सूखी फसलों में लगातार हो रहीं अग्निकांड की घटनाओं से किसान परेशान हैं. कहीं-कहीं खेत से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइट की चिंगारी से फसलें राख के ढेर में तब्दील हो गई हैं, तो कहीं नरवाई की भीषण आग ने आसपास के खेतों में खड़ी फसलों को अपनी चपेट में ले लिया है. जिसके कारण बड़ी तबाही और नुकसान किसानों को उठाना पड़ रहा है. कुछ जगह छोड़ दें तो अमूमन अभी तक जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी पीड़ित किसानों के खेतों में सर्वे करने नहीं पहुंचा है, जिसके कारण किसान आक्रोशित है.

यह भी पढ़ेंः जंगल के रखवालों ने लगाई जंगल में आग! आफत में जानवरों की जान

शनिवार को आक्रोशित किसानों ने विदिशा-शमशाबाद में चक्का जाम कर दिया. जिसके चलते मुख्य सड़क मार्ग पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं. किसानों का कहना है कि चक्का जाम हुए दो घंटे हो गए हैं. तहसीलदार से लेकर अन्य राजस्व के लोगों को फोन किया गया है. अभी तक उनकी सुनवाई नहीं हुई है.पीड़ित किसान का कहना है कि फसल जल गई है. कोई सुनवाई नहीं हो रही है. सर्वे करने न तहसीलदार आए और न ही पटवारी आए. फसलों को लेकर कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते चक्का जाम करना पड़ा.

विदिशा। जिले की अनेकों तहसीलों के विभिन्न ग्रामों में किसानों की खेतों में खड़ी फसलों में भीषण आग लग जाने से कई बीघा क्षेत्र और लाखों की फसलें जलकर राख हो चुकी हैं. पीड़ित किसानों के लिए किसी भी प्रकार का सर्वे नहीं कराए जाने को लेकर किसान आक्रोशित हैं. इसी कड़ी में शनिवार को किसानों ने विदिशा-शमशाबाद मार्ग पर चक्का जाम लगा दिया. चक्का जाम के दो घंटे बाद भी जिला प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने नहीं पहुंचा.

किसानों ने किया चक्का जाम

राख के ढेर में तब्दील हुईं फसलें
शमशाबाद, ग्यारसपुर गंज, बासौदा, विदिशा, सिरोंज और लटेरी सहित अनेकों तहसीलों के विभिन्न ग्रामों में गेहूं की खड़ी और सूखी फसलों में लगातार हो रहीं अग्निकांड की घटनाओं से किसान परेशान हैं. कहीं-कहीं खेत से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइट की चिंगारी से फसलें राख के ढेर में तब्दील हो गई हैं, तो कहीं नरवाई की भीषण आग ने आसपास के खेतों में खड़ी फसलों को अपनी चपेट में ले लिया है. जिसके कारण बड़ी तबाही और नुकसान किसानों को उठाना पड़ रहा है. कुछ जगह छोड़ दें तो अमूमन अभी तक जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी पीड़ित किसानों के खेतों में सर्वे करने नहीं पहुंचा है, जिसके कारण किसान आक्रोशित है.

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शनिवार को आक्रोशित किसानों ने विदिशा-शमशाबाद में चक्का जाम कर दिया. जिसके चलते मुख्य सड़क मार्ग पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं. किसानों का कहना है कि चक्का जाम हुए दो घंटे हो गए हैं. तहसीलदार से लेकर अन्य राजस्व के लोगों को फोन किया गया है. अभी तक उनकी सुनवाई नहीं हुई है.पीड़ित किसान का कहना है कि फसल जल गई है. कोई सुनवाई नहीं हो रही है. सर्वे करने न तहसीलदार आए और न ही पटवारी आए. फसलों को लेकर कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते चक्का जाम करना पड़ा.

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