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सीरियल किलर को मिले सजा-ए-मौत, मृतक के परिजनों की मांग - मनीराम धन का लालच देकर हत्या

भोपाल में बीते दिन एक सीरियल किलर को गिरफ्तार करने में सूखीसेवनिया पुलिस ने सफलता हासिल की थी. उस सीरियल किलर ने 20 साल पहले एक परिवार की हत्या कर दी थी. वहीं उस परिवार के एक सदस्य ने मनीराम को फांसी देने की मांग की है.

Kundan and serial killer
कुंदन और सीरियल किलर
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Published : Jan 8, 2021, 9:48 PM IST

Updated : Jan 9, 2021, 12:35 AM IST

विदिशा। राजधानी भोपाल में पिछले दिनों गिरफ्तार हुआ सीरियल किलर मनीराम को फांसी देने की मांग हो रही है. 20 साल पहले जिस परिवार की हत्या की गई, उस परिवार के एक सदस्य कुंदन सिंह ने मांग की है कि सीरियल किलर मनीराम को फांसी दी जाए. कुंदन ने बताया कि कैसे एक हंसते खेलते परिवार को धन के लालच में खत्म कर दिया गया.

पीड़ित परिवार के सदस्य कुंदन सिंह जब उस मंजर को याद करते है तो आज भी कुंदन का गला भर और आंखे नम हो जाती है. कुंदन बताते हैं कि मनीराम मानोरा गांव का रहने वाला था. हमारा हंसता-खेलता परिवार था, मनीराम का घर में आना जाना लगा रहता था. मेरे चाचा की पत्नी से मनीराम का राखी का रिश्ता था.

कुंदन ने की फांसी की मांग

धन का लालच देकर की थी हत्या

मनीराम ने धन के लालच में परिवार के पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. कुंदन ने बताया कि मनीराम ने मानोरा के एक नाले के पास इस घटना को अंजाम दिया था. सभी लोगों की कुछ दूरी पर ही हत्या की थी. वहीं घटना के बाद मनीराम फरार हो गया. लेकिन कुछ समय बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल पहुंचाया था.

पढ़ें:कब और कहां से शुरू हुआ मनीराम के सीरियल किलिंग का किस्सा ?

मनीराम को दी जाए फांसी

मनीराम को सज़ा के लिए एक मात्र गवाह कुंदन बचा था. उन्होंने बताया कि उसकी गवाही पर मनीराम को सजा हुई. कुंदन ने कहा की इतनी हत्याएं करने के बाद भी उसे कोई पछतावा नहीं है, लिहाजा हम चाहते हैं मनीराम को फांसी की सजा दी जाए.

क्या था मामला?

बता दें सीरियल किलर ने साल 2000 में 7 जुलाई को एक ही परिवार के 5 लोगों को गड़ा खजाना दिलाने के लालच में जंगल में ले जाकर हत्या कर दी थी. इस मामले में आरोपी ने 17 साल की आजीवन कारावास सजा काटने के बाद 2017 जून में केंद्रीय जेल भोपाल से बाहर आया था. उसने 8 नवंबर 2020 की रात एक पोर्टल में काम कर रहे पत्रकार की हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को 1250 हॉस्पिटल में कोविड-19 की जांच कराने के बाद बुधवार को कोर्ट में पेश किया था. जहां पुलिस को मनीराम की रिमांड मिल गई थी. इस घटना में गौर करने वाली बात यहा थी कि साल 2000 में मनीराम को जिस हेड कांस्टेबल चेन सिंह ने गिरफ्तार किया था, उन्हीं ने उसे दोबारा गिरफ्तार किया है, लेकिन अब चेन सिंह थाना प्रभारी हैं.

विदिशा। राजधानी भोपाल में पिछले दिनों गिरफ्तार हुआ सीरियल किलर मनीराम को फांसी देने की मांग हो रही है. 20 साल पहले जिस परिवार की हत्या की गई, उस परिवार के एक सदस्य कुंदन सिंह ने मांग की है कि सीरियल किलर मनीराम को फांसी दी जाए. कुंदन ने बताया कि कैसे एक हंसते खेलते परिवार को धन के लालच में खत्म कर दिया गया.

पीड़ित परिवार के सदस्य कुंदन सिंह जब उस मंजर को याद करते है तो आज भी कुंदन का गला भर और आंखे नम हो जाती है. कुंदन बताते हैं कि मनीराम मानोरा गांव का रहने वाला था. हमारा हंसता-खेलता परिवार था, मनीराम का घर में आना जाना लगा रहता था. मेरे चाचा की पत्नी से मनीराम का राखी का रिश्ता था.

कुंदन ने की फांसी की मांग

धन का लालच देकर की थी हत्या

मनीराम ने धन के लालच में परिवार के पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. कुंदन ने बताया कि मनीराम ने मानोरा के एक नाले के पास इस घटना को अंजाम दिया था. सभी लोगों की कुछ दूरी पर ही हत्या की थी. वहीं घटना के बाद मनीराम फरार हो गया. लेकिन कुछ समय बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल पहुंचाया था.

पढ़ें:कब और कहां से शुरू हुआ मनीराम के सीरियल किलिंग का किस्सा ?

मनीराम को दी जाए फांसी

मनीराम को सज़ा के लिए एक मात्र गवाह कुंदन बचा था. उन्होंने बताया कि उसकी गवाही पर मनीराम को सजा हुई. कुंदन ने कहा की इतनी हत्याएं करने के बाद भी उसे कोई पछतावा नहीं है, लिहाजा हम चाहते हैं मनीराम को फांसी की सजा दी जाए.

क्या था मामला?

बता दें सीरियल किलर ने साल 2000 में 7 जुलाई को एक ही परिवार के 5 लोगों को गड़ा खजाना दिलाने के लालच में जंगल में ले जाकर हत्या कर दी थी. इस मामले में आरोपी ने 17 साल की आजीवन कारावास सजा काटने के बाद 2017 जून में केंद्रीय जेल भोपाल से बाहर आया था. उसने 8 नवंबर 2020 की रात एक पोर्टल में काम कर रहे पत्रकार की हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को 1250 हॉस्पिटल में कोविड-19 की जांच कराने के बाद बुधवार को कोर्ट में पेश किया था. जहां पुलिस को मनीराम की रिमांड मिल गई थी. इस घटना में गौर करने वाली बात यहा थी कि साल 2000 में मनीराम को जिस हेड कांस्टेबल चेन सिंह ने गिरफ्तार किया था, उन्हीं ने उसे दोबारा गिरफ्तार किया है, लेकिन अब चेन सिंह थाना प्रभारी हैं.

Last Updated : Jan 9, 2021, 12:35 AM IST
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